मौसम ने फिर करवट बदली 100 से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद,कई भागों में बिजली-पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई है

शिमला

heavy snowfall recorded in himachal road blocked, passanger rescued
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम ने हिमाचल में फिर करवट बदली है। राज्य के ऊंचाई वाले भागों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है। जबकि निचले भागों में रूक-रूक कर बारिश हो रही है। राजधानी शिमला के पर्यटन स्थल कुफरी समेत रोहतांग दर्रा, कुल्लू-मनाली, किन्नौर, लाहौल, सिरमौर और चंबा की ऊंची चोटियों में ताजा बर्फबारी हुई है। इससे राज्य में फिर शीतलहर बढ़ गई है। बर्फबारी से राज्य में 100 से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। कई भागों में बिजली-पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई है। शिमला के जाखू, संजौली, ढली में हल्की बर्फबारी दर्ज की गई है। जबकि कुफरी फिर बर्फ से लकदक हो गया है। बदले मौसम के मिजाज से शीत लहर का प्रकोप फिर बढ़ गया है। जिला प्रशासन ने लोगों और सैलानियों को संवेदनशील इलाकों में न जाने की हिदायत दी है।वहीं, बर्फबारी के बाद एक बार फिर ऊपरी शिमला का राजधानी से संपर्क कट गया है। कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर और देहा में सड़क बंद है। शिमला से रामपुर, रोहड़ू और चौपाल रूटों पर बस सेवाएं ठप हो गई हैं।शिमला पुलिस ने रात काे हुई बर्फबारी के बाद कुफरी में फंसी एचआरटीसी की तीन बसों से 70 यात्रियों को सुरक्षित बचाया। कुफरी-चीनी बंगला सड़क पर फंसी करीब 200 गाड़ियों को भी सुरक्षित शिमला पहुंचाया गया। रात 10 बजे बचाव अभियान शुरू हुआ और रात एक बजे तक जारी रहा। वहीं, कुल्लू व लाहौल के ऊंचाई वाले भागों में भी ताजा हिमपात हुआ है। रोहतांग दर्रा में 75 सेंटीमीटर, कोकसर और सिस्सू में 30, दारचा में 20, सोलंगनाला और जलोड़ी दर्रा में 15-15 सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी हुई है। घाटी के निचले भागों में मंगलवार सुबह से ही बारिश हो रही है। जबकि पहाड़ों में सोमवार रात से बर्फबारी का दौर जारी है।इससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की दुश्वारियां एक बार फिर बढ़ गई हैं। लाहौल में बर्फबारी से संपर्क मार्ग यातायात के लिए बंद पड़े हैं।कुल्लू जिले में मौसम की मार से दो दर्जन मार्ग बंद हो गए हैं और दो बसों भी फंसी हैं।प्रशासन ने सैलानियों के साथ आम लोगों को मौसम के अनुरूप ही आवाजाही करने को कहा है। पुलिस अधीक्षक कुल्लू गौरव सिंह ने कहा कि बर्फबारी के चलते सुरक्षा की दृष्टि से सैलानी ट्रैकिंग पर न निकलें और किसी भी आपातकालीन स्थिति में पुलिस प्रशासन से 1077 पर सूचित कर मदद मांगी जा सकती है।वहीं, जलोड़ी दर्रा पिछले एक माह से यातायात के लिए बंद है। प्रदेश सरकार ने करसोग होकर एचआरटीसी की बस सेवा को भी बंद कर दिया है। ऐसे में लोगों को जान जोखिम डालकर पांच फीट बर्फ में दर्रा को पैदल लांघकर जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है। दो सालों से बसों की आवाजाही न होने से लोगों में रोष है।चंबा के ऊपरी भागों में बर्फबारी से 20 मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। बारिश और बर्फबारी से जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। जिले के डलहौजी समेत अन्य ऊंचाई वाले भागों में बर्फबारी हो रही है।इसी तरह किन्नौर, ऊपरी शिमला, आउटर सिराज में भी ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है। मंगलवार सुबह से ऊंचाई वाले भागों में बर्फबारी हो रही है। इससे नेशनल हाईवे-5 यातायात के लिए ठप हो गया है। बसों को बाया सुन्नी होकर भेजा जा रहा है। किन्नौर में ग्रामीण रूट ठप हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज सिरमौर, सोलन, मंडी, बिलासपुर और मंडी जिलों में बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। जबकि शिमला, किन्नौर, मंडी और सिरमौर जिले के ऊपरी भागों में बर्फबारी की संभावना जताई है। कोठी में 15, खड़ापत्थर 7.6, कुफरी 5, गोंडला 2 और पूह में 2  सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी दर्ज की गई। वहीं कसौली में 20.5, झंडूता 15.0, नगरोटा 5.4, हमीरपुर 4.0, अर्की 3.6 और ठियोग में 3.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। 29 जनवरी को भी पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहेगा जबकि 30 को धूप खिलने के आसार हैं। 31 और एक फरवरी को पहाड़ी इलाकों में फिर बारिश-बर्फबारी के आसार हैं।

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