रोहडू। प्रदेश फल एवं सब्जी उत्पादक संघ ने मार्केट फीस में कई गई बढ़ोतरी को बागवानी विरोधी करार दिया। संघ के प्रदेश महासचिव हरीश चौहान ने प्रेस को जारी बयान में बताया कि प्रदेश एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड ने मार्केट फीस में भारी बढ़ोतरी की है। बागवानों पर अनावश्यक वित्तीय बोझ डाला जा रहा है। चौहान ने बताया कि मार्केट फीस पिछले वर्ष तक दो रुपये प्रति पेटी वसूली जाती थी। अब मार्केट फीस पांच रुपये प्रति पेटी बागवानों से वसूली जा रही है। हालांकि, कमेटी मार्केट फीस फारवडिंग एजेंट तथा बाहरी राज्यों से आए खरीदारों से वसूलने का तर्क देकर गुमराह कर रही है। जबकि, मार्केट फीस बागवानों से ही वसूली जा रही है। खाली पेटियों, ट्रे तथा सेब पैकिंग के सामान के दामों में भी भारी इजाफा हुआ है। गाड़ियों के भाड़े में पंद्रह फीसदी बढ़ोतरी की गई है। पहले से महंगाई की मार झेल रहे बागवानों को सरकार ने मार्केट फीस बढ़ाकर महंगाई का एक और तोहफा दिया है। उन्होंने मांग उठाई है कि बागवानों से की जा रही मार्केट फीस की वसूली बंद की जाए। उन्हाेंने चेतावनी दी कि अगर सरकार बागवानी विरोधी निर्णय लेती रही तो किसानों-बागवानों को इकट्ठा कर सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। बागवानों की अनदेखी सहन नहीं की जाएगी।
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