शिमला
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और उनके बेटों अनुराग ठाकुर एवं अरुण धूमल के खिलाफ दर्ज आपराधिक मानहानि मामले में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने बयान दर्ज करवाए।
वह शनिवार दोपहर बाद चक्कर स्थित जिला कोर्ट परिसर पहुंचे और मुख्य दंडाधिकारी न्यायाधीश ज्योत्सना डढवाल के कोर्ट में बयान दर्ज करवाए। मुख्यमंत्री ने करीब 4 घंटे तक बयान दर्ज करवाया।
अब कोर्ट इस केस में संज्ञान लेने पर विचार करेगा और इसके बाद दूसरे पक्ष को समन जारी होंगे। चंबा का साईकोठी प्रोजेक्ट वकामुल्ला चंद्रशेखर को देने और बाद में उनसे लोन लेने के प्रकरण पर भाजपा नेता अरुण जेटली, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और उनके पुत्रों ने वीरभद्र सिंह पर कई आरोप लगाए थे।
इन आरोपों को झूठा बताते हुए वीरभद्र सिंह ने 16 जनवरी, 2014 को चारों के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज किया था।
बाद में अरुण जेटली के केंद्रीय वित्त मंत्री बनने के बाद वीरभद्र सिंह ने उनके खिलाफ केस वापस ले लिया था, लेकिन धूमल और उनके पुत्रों के खिलाफ मामला जारी रखने का फैसला किया था।
अब इस मामले में उनके बयान दर्ज हुए हैं। कोर्ट परिसर में वीरभद्र सिंह के साथ सहकारी बैंक के अध्यक्ष हर्ष महाजन, प्रदीप वर्मा, उनके वकील सत्येन वैद्य, अजय कोछड़ और धीरज भी थे।