मनरेगा मस्ट्रोल अब होंगे आनलाइन

मंडी। जिले में शुक्रवार को समस्त पंचायतों को आनलाइन मस्ट्रोल जारी किए गए हैं। इसके चलते अब मनरेगा की दिहाड़ी भी आनलाइन लगना शुरू हो गई है। जिले की 473 पंचायतों में मनरेगा को आनलाइन करने के चक्कर में एक माह तक लोगों को काम मिलना बंद हो गया था। किसी भी पंचायत में मस्ट्रोल जारी नहीं किए जा रहे थे, जबकि लोग काम के लिए पंचायतों के चक्कर काटते रहे। हालांकि, आनलाइन प्रोसेस की वजह से एक्ट की अवहेलना भी हुई, लेकिन इस बारे में प्रशासन ने पहले ही लोगों को अवगत करवा दिया था कि पंचायतों को आनलाइन जोड़ने के लिए बाधा आ सकती है, लेकिन इस प्रक्रिया में एक माह का समय लग गया। शुक्रवार को जिले की पंचायतों को पूरी तरह से आनलाइन कर दिया गया है। मनरेगा के तहत लेबर, बजट, मैटेरियल एवं दिहाड़ी सभी काम आनलाइन जारी होंगे। अब केंद्र से सीधा पैसा आते ही आनलाइन ही पैसा पंचायतों तक पहुंच जाएगा और पंचायतें अपनी सुविधानुसार लोगों को काम मांगने पर शीघ्र काम दे सकेंगी। वहीं आनलाइन मस्ट्रोल, बजट एवं एंट्री होने से इस कार्य में पारदर्शिता भी बनी रहेगी कि किस काम में कितनी लेबर लगी और कितना मैटेरियल के लिए बजट खर्च हुआ। इधर, मनरेगा मजदूरों के बैंक अकाउंट वेरिफिकेशन का प्रोसेस अब जून माह तक चलेगा। पहली जून से ही मजदूरों को आनलाइन पैसा ट्रांसफर हो पाएगा, लेकिन फिलहाल मस्ट्रोल पूरी तरह आनलाइन कर दिए गए हैं। जिन पंचायतों में इंटरनेट की सुविधा नहीं है, उन्हें नजदीक की इंटरनेट वाली पंचायत में मस्ट्रोल एवं बजट की एंट्री करनी होगी। इधर, जिला परियोजना अधिकारी डीआरडीए राम प्रसाद का कहना है कि शुक्रवार से सभी पंचायतों को आनलाइन कर दिया गया है और अब मस्ट्रोल, बजट, मैटेरियल दिहाड़ी सब काम की एंट्री आनलाइन ही होगी। वहीं अतिरिक्त उपायुक्त गोपाल चंद ने बताया कि सभी पंचायतों को अब आनलाइन मस्ट्रोल जारी करने होंगे। इसके लिए जिन पंचायतों में सुविधा नहीं है, वहां कलस्टर बना दिए गए हैं ताकि इंटरनेट की सुविधा वाली पंचायत से एंट्री संभव हो सके।

Related posts