मजबूत हड्डियों को बेजान बना रहा सोडा, शीतपेय

मजबूत हड्डियों को बेजान बना रहा सोडा, शीतपेय

चंबा
सोडा और शीतपेय पीने वालों के लिए अच्छी खबर नहीं है। खासकर युवाओं के लिए। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने युवाओं को शीतपेय का सेवन कम करने की सलाह दी है। चिकित्सकों का कहना है कि सोडा और शीतपेय से हड्डियां कमजोर हो रही हैं। सोडा और शीतपेय में फास्फोरस घुला होता है। जब इसके पीया जाता है तो फास्फोरस हड्डियों में पहुंचकर कैल्शियम से मिल जाता है और हड्डियों में मौजूद कैल्शियम को बाहर निकालना शुरू कर देता है। 

कैल्शियम बाहर आने से हड्डियां कमजोर होने लग जाती हैं। चंबा जिले में युवा इसका शिकार हो रहे हैं। रोजाना हड्डी रोग ओपीडी में 15 से 20 युवा इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें ये लक्षण पाए जाते हैं। 12 से 25 वर्ष की आयु वाले युवाओं में यह बीमारी ज्यादा पाई जा रही है। 

शादी, स्कूल और कॉलेज समारोह में सोडा और शीतपेय का जमकर इस्तेमाल होता है। युवाओं में पार्टियों में कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन करना फैशन बन गया है। गर्मी से राहत पाने के लिए भी युवा शीतपेय और सोडा का प्रयोग करते हैं। इसकी वजह से युवा हड्डी संबंधी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इलाज के लिए आए युवाओं को भविष्य में शीतपेय का कम इस्तेमाल करने की सलाह चिकित्सकों की ओर से दी जा रही है।

चंबा मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग में तैनात असिस्टेंट प्रो. मानिक सहगल ने बताया कि शीतपेय से हड्डियों में जमा कैल्शियम शरीर से बाहर आना शुरू हो जाता है। इसका असर हड्डियों पर पड़ता है और ये कमजोर होने लगती हैं। युवाओं को सलाह दी जा रही है कि शीतपेय का कम प्रयोग करें। 

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