मंडी की गलियों में जमकर बरसा अबीर गुलाल

मंडी। रंगों के त्यौहार होली के अवसर पर मंडी की गलियों में जमकर गुलाल उड़ा। वहीं ऐतिहासिक सेरी पंडाल पर होली का जमकर धमाल हुआ। यहां युवाओं ने डीजे की धुन पर न केवल ठुमके लगाए, बल्कि होली के मतवालों ने जोश में आकर सलमान स्टाइल में अपने कपड़े तक फाड़ डाले। देश में मनाई जाने वाली होली से एक दिन पूर्व मंडी जनपद में मनाई जाने वाली होली का उल्लास कुछ और ही होता है। मंडी की गलियों में होली के दौरान जहां अबीर गुलाल के बादल उमड़ते हैं तो महिला, पुरुष, युवा और बच्चे अपनी-अपनी टोलियों में निकल पड़ते हैं। मंडी शहर में महिलाएं भी जमकर होली के रंग में रंग जाती हैं। मंगलवार को खुशनुमा मौसम के बीच होली खेलने वालों की टोलियां मुख्य बाजार से होती हुई ऐतिहासिक सेरी पंडाल में जमा होने लगीं। सेरी मंच पर इस बार अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गए थे, मगर होली के धमाल ने सेरी पंडाल में शिवरात्रि की कमी पूरी कर दी। होली का जश्न मनाने यहां मानो पूरा शहर उमड़ पड़ा था। सेरी मंच के सामने और सीढ़ियों पर तिल धरने को जगह नहीं थी। युवक जहां मंच के सामने खुले मैदान में होली का उल्लास मना रहे थे तो सीढ़ियों पर युवतियां भी तेरी अंखियाें का वार जैसे शेर का शिकार, होली खेले रघुवीरा अवध में, मुन्नी बदनाम हुई और पहाड़ी नाटियों पर पूरा पंडाल झूम उठा। सुबह 11 बजे से दोपहर बाद ढाई बजे तक करीब साढ़े चार घंटे तक सेरी पैवेलियन होली के धमाल से जवान हो उठा। वहीं शहर की गलियों और चौहटा बाजार में भी होली के मतवालों की टोलियां एक दूसरे को रंगों से सराबोर करती रहीं। शिवरात्रि के बाद राजदेवता माधोराव लोगों के बीच होली खेलने निकले। माधोराय की जलेब के साथ ही मंडी में होली का जश्न समाप्त हो गया।

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