भारत-पाक के बीच नए वीजा समझौते को हरी झंडी

नई दिल्ली (वीरेन्द्र खागटा) भारत और पाकिस्तान के आम लोगों के लिए एक-दूसरे के देश में आवाजाही का नया दौर शुरू हो गया है। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने शुक्रवार को दोनों मुल्कों के बीच नए वीजा समझौते को हरी झंडी दे दी।

इस कदम को ऐतिहासिक बताते हुए मलिक ने कहा कि वह हर पाकिस्तानी की ओर से शांति का संदेश लेकर भारत आए हैं। अब वक्त आ गया है कि दोनों देश पुराने काले दिनों को भुलाकर दोस्ती की इस शुरुआत को और मजबूत करें।

कुछ तकनीकी वजहों से तय समय से करीब चार घंटे देर से दिल्ली पहुंचे मलिक ने कहा कि आतंकवाद से उनका देश भी पीड़ित है। उन्होंने वादा किया कि पाकिस्तान मुंबई हमले के हर आरोपी को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

तीन दिनी यात्रा पर भारत पहुंचे मलिक के मुताबिक पाकिस्तान ने 26/11 के सात आरोपियों को गिरफ्तार कर रखा है, जबकि 20 फरार हैं। यह मामला वहां के फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा है। हालांकि मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के संबंध में मलिक ने कहा कि भारत की तरह पाकिस्तान की अदालत भी सबूत देखती है। भारत जिस दिन हमें सटीक सबूत देगा, सईद की गिरफ्तारी उसी दिन हो जाएगी। हमें सईद से कोई प्यार नहीं है।

आतंकवाद से लड़ने में अपनी दिक्कतों का इजहार करते हुए मलिक ने कहा कि जिस तरह यहां के लोग 26/11 के बारे में पूछते हैं वैसे ही पाकिस्तान के लोग समझौता एक्सप्रेस धमाके के बारे में सवाल करते हैं। लेकिन दोनों देश अपने स्तर पर बेहतर काम कर रहे हैं।

मलिक ने दलील दी कि पाकिस्तान ने अजमल कसाब के लिए भारतीय अदालत के फांसी के फैसले की कद्र की है। इसी तरह भारत को भी पाकिस्तान की अदालत की इज्जत करनी चाहिए। मलिक ने शिंदे से गुजारिश की कि आज के बाद से दोनों देशों के राजनेता सीधे बातचीत करेंगे ताकि प्रोपेगंडा को कोई जगह नहीं मिल पाए।

मलिक के इन बयानों पर शिंदे ने खुशी जताई कि पाकिस्तान 26/11 के आरोपियों को सजा दिलाने का वादा कर रहा है। हालांकि शिंदे मलिक को यह याद दिलाने से नहीं चूके कि पाकिस्तान ने पहले किए गए किसी वादे को अब तक नहीं निभाया है।

हम नहीं चाहते कि फिर कोई 9/11, 26/11 या समझौता ब्लास्ट हो और न ही ये चाहते हैं कि बाबरी विध्वंस जैसी फिर कोई घटना हो। हमारी ओर से मुंबई हमले के गुनहगारों को सजा दिलाने की कोशिशों में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी जाएगी।
रहमान मलिक, पाकिस्तान के गृह मंत्री

पाकिस्तान सरकार की ओर से वादे तो पहले भी कई बार किए गए लेकिन उन्हें कभी निभाया नहीं गया।
सुशील कुमार शिंदे, गृह मंत्री

जहां तक पाकिस्तान सरकार की ओर से मुंबई हमले के मामले में साजिशकर्ताओं पर शिकंजा कसने की बात है, हमें उनकी ओर से अब तक कोई खास पहल नहीं दिखी।
सलमान खुर्शीद, विदेश मंत्री

Related posts