नाहन (सिरमौर)
जिला परिषद सिरमौर में सियासी संकट गहरा गया है। पांवटा साहिब में छह जिला परिषद वार्डों के परिणाम घोषित होते ही जिला परिषद की सियासी तस्वीर साफ हो गई है। इस बार के चुनाव में कांग्रेस और भाजपा का प्रदर्शन बराबरी पर छूटा। सियासत के इस खेल में दोनों ही राजनीतिक दल 8-8 सीटें जीतने में कामयाब हुए। हालांकि, बहुमत के लिए जरूरी 9 का आंकड़ा दोनों दल नहीं छू पाए। लिहाजा, पच्छाद क्षेत्र के बाग पशोग से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में उतरीं नीलम शर्मा की भूमिका अब अहम हो गई है।
अपने दम पर चुनाव जीतने वाली नीलम के हाथ सत्ता की चाबी आ गई है। नीलम का फैसला तय करेगा कि जिला परिषद की सत्ता में कांग्रेस काबिज होगी या भाजपा। वर्ष 2015 में हुए पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव को लें तो इस बार भाजपा का प्रदर्शन बेहतर रहा है। पिछले चुनाव में कांग्रेस का पलड़ा भारी था। चुनाव में कांग्रेस ने सबसे अधिक 12 सीटें जीतकर सत्ता पर कब्जा जमाया था। चार सीटें भाजपा और एक सीट पर सीपीआईएम के उम्मीदवार विजय हुए थे।
इस बार भाजपा ने चार सीटों की बढ़ोतरी कर आठ पर जीत दर्ज की है। वहीं, कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले शिल्हा और कमरऊ वार्ड भी उनके हाथ से फिसल गए हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप के गृह क्षेत्र से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार जीतने वाली नीलम शर्मा के हाथ सत्ता की चाबी होने से दोनों दल अब उसे अपनी ओर करने के लिए सियासी दांवपेंच भिड़ा रहे हैं।
अध्यक्ष पद अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला के लिए आरक्षित होने से सियासी पारा और चढ़ने की संभावना है। बताया जा रहा है कि निर्दलीय प्रत्याशी इसी वर्ग से संबंधित है। ऐसे में दोनों ही दल उन्हें अध्यक्ष पद सौंपकर अपनी ओर करने का प्रयास कर सकते हैं।
जिला परिषद के शेष रहे छह वार्डों का परिणाम
वार्ड जीते हारे दल जीत अंतर
शिल्ला मामराज रतिराम भाजपा 173
कमरऊ सुमिता चौहान मीरा भाजपा 764
भगानी अंजना शर्मा ओमलता कांग्रेस 3048
बद्रीपुर सरवन सिंह गुरदीप भाजपा 2216
रामपुर भारापुर ओम प्रकाश मनीष कांग्रेस 174
माजरा अमृत कौर पुष्पा चौधरी कांग्रेस 2466