प्रो. अभिराज राजेंद्र मिश्र को पदमश्री एचपीयू के संस्कृत विभाग के संस्थापक व विभागाध्यक्ष रहे

 शिमला
प्रो. अभिराज राजेंद्र मिश्र
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग की स्थापना करने वाले प्रो. अभिराज राजेंद्र मिश्र को मोदी सरकार ने पद्मश्री अवार्ड से नवाजा है। शनिवार को पद्मश्री देने की घोषणा हुई। एचपीयू के संस्कृत विभाग के संस्थापक व विभागाध्यक्ष रहे प्रोफेसर अभिराज ने शिमला के समरहिल में घर बनाया है। मिश्र मूल रूप से बनारस के हैं। वे लंबे समय से शिमला में रह रहे हैं।

एचपीयू से 2003 में रिटायर होने के बाद वह संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय काशी के कुलपति भी रहे। वह देश दुनिया में संस्कृत के प्रचार प्रसार के लिए प्रयासरत रहते हैं और संस्कृत में भी कविता पाठ करने के लिए जाने जाते हैं। एचपीयू का कुलगीत भी इनकी ही रचना है। संस्कृत में पाठ करने के चलते ही उन्हें कविराज की उपाधि दी गई। मिश्र को विश्वविद्यालय में दी गई अपनी सेवाओं व संस्कृत के प्रचार-प्रसार को लेकर किए गए प्रयासों के लिए यह सम्मान दिया गया है।

एचपीयू वीसी बोले, गर्व की बात
मिश्र को पद्मश्री सम्मान दिए जाने पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सिकंदर कुमार ने खुशी जताई है। कुलपति ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि यहां पढ़ाने वाली विख्यात हस्ती को यह सम्मान दिया गया है।

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