पैसे खाते में नहीं, तो कहां जा रहे

कोटद्वार। जिला समाज कल्याण विभाग की लचर कार्यप्रणाली का खामियाजा शिक्षा ले रहे विशेष आवश्यकता वाले अभिभावकों के बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। सरकार ने ऐसे बच्चों की शिक्षा के लिए समाज कल्याण विभाग के माध्यम से 960 रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति दिए जाने की योजना बनाई है, मगर बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
ऐसा ही एक मामला सूचना के अधिकार के तहत संज्ञान में आया है। विभाग बच्चों के पैसे बैंक में जमा कराने की बात कर रहा है, मगर पैसा बच्चों के खाते में नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में पैसे कहां जा रहे हैं, इस बारे में बताने के लिए कोई तैयार नहीं है। शांति वल्लभ मेमोरियल इंटर कालेज मानपुर में शिक्षा ले रहे विशेष आवश्यकता वाले सुरेश चंद्र जोशी के पुत्र तुषार जोशी कक्षा छह और अभिनव जोशी कक्षा आठ में पढ़ते हैं। एक साल से दोनों की छात्रवृत्ति उनके बचत खातों में नहीं पहुंची है। समाज कल्याण विभाग के अभिलेखों के अनुसार वर्ष 2012-13 की छात्रवृत्ति को अक्तूबर 2012 को बैंक आफ इंडिया में बच्चों के खाते में जमा करा दिया गया था जबकि बैंक प्रशासन बच्चों के बैंक खातों में पैसा जमा नहीं किए जाने की बात कर रहा है। ऐसे में पैसे कहां जा रहे हैं यह सवाल खड़ा हो गया है।
अभिभावक सुरेश चंद्र जोशी ने विभाग पर अनियमितता बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी से वर्ष 2012 में जारी समस्त छात्रवृत्ति की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और उनके बच्चों को शीघ्र छात्रवृत्ति दिए जाने की मांग की है।

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