पैराटीचर्स के लिए बने ठोस नीति : संघ

रोहडू। पैराटीचर्स संघ ने अनुबंध पर नियुक्त शिक्षक परविंद्र राणा के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पैराटीचर्स संघ के प्रदेश अध्यक्ष चितरंजन महंत, प्रदेश वित्त सचिव यशवंत शर्मा, रोहडू खंड के प्रधान भूपेश राणा, वित्त सचिव सुरेश चौहान, प्रेस सचिव चंदन ठाकुर, सलाहकार केहर सिंह, हरीश शर्मा, सुनील नेगी, जितेंद्र रेटका, मेहर शर्मा, चमन मनतान, शमशेर सिंह मेहता, जोगिंद्र सिंह तथा धीरेंद्र महंत ने बताया कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2003 में पैराटीचर्स नीति के तहत प्रदेश के दूरदराज के स्कूलाें में शिक्षकों की नियुक्ति की। आज नौ वर्ष बीत जाने के बाद भी पैराटीचर्स को नियमित नहीं किया गया, जिससे शिक्षकों में भारी रोष है। सरकार अस्थायी तौर पर शिक्षकों की नियुक्ति तो कर रही है, लेकिन शिक्षकों के परिवार के भविष्य के बारे में नहीं सोच रही है। परविंद्र राणा भी जून 2004 से पैराटीचर्स नीति के तहत शलावट स्कूल में अपनी सेवाएं दे रहे थे। 25 जुलाई 2013 को उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनके निधन के बाद उनके परिवार की आय का साधन कोई भी नहीं है। प्रदेश सरकार पैराटीचर्स को नियमित नहीं कर रही है, जिससे शिक्षकों के साथ-साथ उनके परिवार का भविष्य भी खतरे में है। संघ ने मांग उठाई है कि प्रदेश सरकार पैराटीचर्स शिक्षकों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए कोई ठोस नीति बनाए तथा परिवंद्र राणा के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करे।

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