पेपर लीक मामले में भी बर्खास्त ट्रैफिक इंस्पेक्टर नामजद

पेपर लीक मामले में भी बर्खास्त ट्रैफिक इंस्पेक्टर नामजद

प्रदेश परिवहन विभाग के ट्रैफिक इंस्पेक्टर पद से बर्खास्त रवि कुमार की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। विजिलेंस ब्यूरो ने पोस्ट कोड 915 सहायक अधीक्षक जेल एवं कल्याण अधिकारी भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में भी रवि कुमार को नामजद कर लिया है।

इससे पूर्व रवि पोस्ट कोड 819 ट्रैफिक इंस्पेक्टर और पोस्ट कोड 970 जेई सिविल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में नामजद किया था। आरोप है कि हमीरपुर निवासी रवि कुमार ने प्रश्नपत्र खरीदा और ट्रैफिक इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण कर नौकरी हासिल की थी। इसके बाद उसने अपने एक अन्य दोस्त को भी जेई सिविल भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाया।

अब जांच में यह सामने आया है कि सहायक अधीक्षक जेल भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र को रवि कुमार ने अभ्यर्थी को उपलब्ध करवाया है। इसके चलते बुधवार को एसआईटी ने इस मामले में आयोग के पूर्व सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर, उमा आजाद, रवि कुमार और अभ्यर्थी अमित कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

ट्रैफिक इंस्पेक्टर पेपर लीक मामले में रवि कुमार को हमीरपुर न्यायालय से जमानत मिल चुकी है, जबकि जेई सिविल भर्ती परीक्षा मामले में 7 अगस्त को प्रदेश उच्च न्यायालय में जमानत पर सुनवाई होगी। उधर, एसपी विजिलेंस मंडी राहुल नाथ ने कहा कि पोस्ट कोड 915 सहायक अधीक्षक जेल एवं कल्याण अधिकारी भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में भी रवि कुमार को नामजद कर लिया गया है।

कुल 12 एफआईआर दर्ज कर चुकी है एसआईटी
भंग होने से पूर्व हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के माध्यम से आयोजित करीब 13 विभिन्न भर्ती परीक्षाओं जेओए आईटी, कला अध्यापक, जेई सिविल, कंप्यूटर ऑपरेटर, जूनियर ऑडिटर, आक्शन रिकॉर्डर, मार्केट सुपरवाइजर, ट्रैफिक इंस्पेक्टर, लाइनमैन, सचिवालय क्लर्क, सहायक अधीक्षक जेल समेत अन्य भर्ती परीक्षाओं के मामले में एसआईटी अभी तक 12 एफआईआर दर्ज कर चुकी है। तकरीबन सभी एफआईआर में मुख्य आरोपी उमा आजाद का नाम है।

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