नशा तस्करों और पुलिस का गठजोड़, चार साल में 47 पुलिसकर्मी बर्खास्त, 17 निलंबित

चंडीगढ़

सांकेतिक तस्वीर
राज्य में नशा तस्करों और पुलिस के गठजोड़ को खत्म करने की मुहिम के तहत चार वर्ष में कुल 114 मामले दर्ज किए गए। इनमें 148 पुलिसकर्मियों पर विभागीय जांच बैठी और 61 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई। इनमें से 47 पुलिसकर्मियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया, जबकि 17 आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया। यह जानकारी टास्क फोर्स के चीफ-कम-एडीजीपी हरप्रीत सिंह सिद्धू ने दी।

नशाखोरी को जड़ से खत्म करने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और जिला पुलिस ने अप्रैल 2017 से 30 अप्रैल 2020 तक, कुल 114 आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने 2017 में 37 मामलों में 18.46 करोड़ रुपये, 2018 में 37 मामलों में 11.37 करोड़ रुपये, वर्ष 2019 में 50 मामलों में 37.69 करोड़ रुपये और 31 मार्च 2020 तक के 11 मामलों में 1.68 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।
इसके अलावा संबंधित अथॉरिटी के पास करीब 20.5 करोड़ रुपये की जायदाद की कुर्की वाले 58 मामले विचाराधीन हैं। बताया कि अप्रैल 2017 में एसटीएफ द्वारा कार्रवाई शुरू करने के बाद लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों ने 1376 किलो हेरोइन, 1515 किलो अफीम, 124728 किलो भुक्की, 6053 किलो गांजा और 2,74 33119 नशीली गोलियां/कैप्सूल समेत कई करोड़ों की ड्रग मनी बरामद की है।
एसटीएफ के प्रमुख ने खुलासा किया कि लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों ने 2017 से 31 मार्च 2020 तक एनडीपीएस एक्ट के तहत 580 भगौड़े, 1885 फरार, 125 जमानत, पेरोल पर 106 अपराधियों को गिरफ्तार भी किया है। 2017 में एनडीपीएस एक्ट के मामलों में आरोपी कर्मचारियों को सजा देने में 68 प्रतिशत सफलता हासिल हुई। वर्ष 2018 के दौरान कुल सजा की दर 59 प्रतिशत, वर्ष 2019 में 64 प्रतिशत और 31 मार्च 2020 तक 31 प्रतिशत रही है। उन्होंने बताया कि एसटीएफ के थानों की सजा दिलाने की दर एक सौ फीसदी है, जो स्वयं एक बड़ी मिसाल है।

तीन वर्ष में 180 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 147 केस दर्ज
टास्क फोर्स के चीफ-कम-एडीजीपी हरप्रीत सिंह सिद्धू ने बताया कि तीन वर्षों के दौरान 180 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 147 केस दर्ज किए गए हैं। इनमें जिनमें से वर्ष 2017 में 61, वर्ष 2018 में 81, वर्ष 2019 में 37 और वर्ष 2020 में अब तक एक विदेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अब तक की कार्रवाई के आधार पर दिल्ली को नशा तस्करी का एक बड़ा केंद्र बताया, जहां से विदेशी नागरिक पंजाब में नशा सप्लाई कर रहे हैं। बताया कि नशा तस्करों ने तस्करी के रास्तों में बदलाव किया है। पुलिस ने उनके कई नए समुद्री मार्गों, हवाई मार्गों और जमीनी मार्गों का पता लगाया है। इनमें से बहुत से कानूनी व्यापार और वाणिज्य के अधीन थे।

 

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