नया कश्मीर, चारों तरफ लहराए तिरंगे, घाटी में पर्यटक प्रसन्न

नया कश्मीर, चारों तरफ लहराए तिरंगे, घाटी में पर्यटक प्रसन्न

श्रीनगर
उत्तर  से दक्षिण कश्मीर तक निकली तिरंगा रैलियों से अलगाववाद-आतंकवाद के मुंह पर तमाचा
दुल्हन की तरह सजा था श्रीनगर, मुख्य इमारतों और फ्लाई ओवर पर की गई थी सजावट 
आतंक के गढ़ शोपियां के एक धार्मिक संस्थान में पहली बार मनाया गया गणतंत्र दिवस
विस्तार
अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार इस गणतंत्रता दिवस पर नया कश्मीर दिखाई दिया। उत्तर से दक्षिण कश्मीर तक आतंकवादी या अलगाववादी संगठनों के झंडों की जगह हर तरफ तिरंगा लहराया। घाटी पहुंचे पर्यटकों ने भी कहा, चारों तरफ तिरंगे देखकर लगता है, अब संपूर्णता का अहसास होता है। यह आतंकवाद और अलगाववादियों के मुंह पर करारा तमाचा है। 

उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले कुपवाड़ा में विलगाम इलाके के करीब 13 गांवों से करीब 100 से अधिक लोगों ने तिरंगा रैली निकाली। उत्तरी कश्मीर के कुंजर, बारामुला आदि इलाकों में भी तिरंगा रैलियां निकलीं। आतंकवाद का गढ़ माने जाने वाले शोपियां जिले के एक धार्मिक संस्थान जामिया सिराज-उल-उलूम इमाम साहिब में भी पहली बार गणतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया गया। इस कार्यक्रम में संस्थान के बच्चों और शिक्षकों ने हिस्सा लिया।

श्रीनगर शहर भी तिरंगे के रंग में रंगा दिखा। एक दिन पहले ही शहर की मुख्य इमारतों, फ्लाई ओवर आदि पर दीपमाला कर दी गई थी। शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया था। श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का टर्मिनल भी तिरंगे में रंगा दिखा। पहली बार विश्व प्रसिद्ध डल झील के आसपास की बुले वार्ड रोड पर भी तिरंगे लगाए गए थे। श्रीनगर की कुछ मुख्य सड़कें सोनवार, इंदिरा नगर आदि भी तिरंगे से सजी हुई थीं। 

गुपकार रोड पर भी लहराया तिरंगा
 श्रीनगर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (एसएमसी) के 5 निर्दलीय पार्षदों आकिब रेंजू, आसिफ बेग, मोहम्मद सलीम भट, इनायत अहमद शाहीना भट ने श्रीनगर की वीवीआईपी 5, गुपकार रोड पर भी तिरंगा फहराया गया और राष्ट्रीय गान गाया। बता दें कि गुपकर रोड पर तीन पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती का घर है। यहीं से गुपकार डेक्लेरेशन की शुरुआत हुई थी। 

डल झील भी तिरंगे के रंग में रंगी
डल झील के बीचो बीच स्थित चार चिनारी में भी स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने तिरंगा फहराया। इस दौरान विशेष म्यूजिकल इवेंट में भाग लेने वाली कर्नाटक की प्रकृति ने कहा कि चारों ओर तिरंगे देख कर गर्व महसूस हो रहा है। कई वर्षों बाद कश्मीर में यह बदलाव दिखा है। लग रहा है कि भारत अब एक पूर्ण देश है। 900 मेगावाट वाला बाघलियार पावर प्रोजेक्ट भी तिरंगे की थीम वाली लाइटिंग से जगमग था।

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