तीन दिन लेट, एक महीने की सजा

शिमला। कालेज में तीन दिन लेट पहुंचने वाली छात्राओं की आउटिंग पर कालेज प्रबंधन ने रोक लगा दी है। सभी 60 छात्राएं कालेज के छात्रावास में रहती हैं। कक्षाएं लगाने और प्रैक्टिकल में किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा। रविवार को छात्राएं प्रबंधन की इजाजत से बाजार जा सकती हैं, लेकिन कालेज लेट आने वाली छात्राओं को अब छात्रावास में ही रहना पड़ेगा। कालेज प्रबंधन इस पूरे मामले को अपना अंदरूनी मामला बता रहा है।
राजधानी के सरकारी सिस्टर निवेदिता नर्सिंग कालेज में छात्राओं को एक से 15 नवंबर तक छुट्टियां दी गई थीं, लेकिन सभी छात्राएं कालेज तीन दिन लेट पहुंचीं। इसके चलते कालेज प्रबंधन ने सेकेंड ईयर और थर्ड ईयर की छात्राओं को एक महीने तक के लिए आउटिंग बंद कर दी है। साथ ही एटीएम तक जाने पर भी रोक लगा दी है। इसके कारण कालेज छात्राएं पसोपेश में हैं। नाम न छापने की शर्त पर नर्सिंग कालेज की छात्राओं का कहना है कि उन्हें 15 दिन की कालेज से छुट्टियां दी गई थीं, लेकिन सभी ने ठंड के चलते निर्णय किया कि वे कालेज तीन दिन बाद जाएंगी। ऐसा करने पर उन्हें एक महीने के लिए कालेज प्रबंधन ने यह सजा सुनाई है। कालेज की छात्राओं की मांग है कि जल्द ही उन्हें पहले की तरह आउटिंग दी जाए।

यह हमारा अंदरूनी मामला : प्राचार्य
नर्सिंग कालेज की प्राचार्य कृष्णा चौहान का कहना है कि यह कालेज का अंदरूनी मामला है। इसके बारे में छात्राओं के अभिभावकों को सूचित कर दिया गया है।

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