ट्रक आपरेटरों को बड़ा झटका

बरमाणा (बिलासपुर)। सीमेंट सप्लाई में लगी ट्रक आपरेटर यूनियन बीडीटीएस को एक और झटका लगा है। एसीसी ने अब सरकारी सीमेंट की सप्लाई बंद कर दी है। अब बरमाणा की बजाए दाड़ला स्थित फैक्टरी से सरकारी सीमेंट की सप्लाई होगी। इससे यहां के ट्रक आपरेटरों को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।
बीडीटीएस और एसीसी प्रबंधन ने इस मसले पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। पुख्ता सूत्र बताते हैं कि अब बरमाणा की बजाय यह सप्लाई दाड़ला से होगी। बरमाणा स्थित सिविल सप्लाई कार्यालय से जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि वीरवार तक बचे हुए सरकारी सीमेंट की खेप भी खत्म कर दी जाएगी। ट्रक आपरेटर अशोक ठाकुर, कुलदीप ठाकुर, रणजीत, नीलम चंदेल आदि ने इसे दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए कहा है कि पहले से ही मंदी की मार झेल रहे ट्रक आपरेटरों को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। इसका प्रभाव समान रूप से सरकारी खजाने पर भी पड़ेगा। ट्रक यूनियनों और कंपनी प्रबंधनों के बीच माल भाड़े के लिए तय फार्मूले के अनुसार प्रदेश के निचले क्षेत्र के सीमेंट भुगतान के लिए 50 किलोमीटर दूरी के स्लैब के आधार पर सरकार को दाड़ला से अतिरिक्त भाड़ा अदा करना होगा। ऑपरेटरों ने सरकार से गुहार की है कि यह काम दाड़ला के साथ बरमाणा को भी समान रूप से बांटा जाए। इससे प्रदेश के ऊपरी और निचले क्षेत्र के सीमेंट भुगतान में माल भाड़े के अंतर से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। फैक्टरी प्रबंधन और बीडीटीएस पदाधिकारियों को इस मसले को मुख्य मंत्री के समक्ष उठाना चाहिए। एसीसी के मार्केटिंग अधिकारी ने कहा कि सीमेंट के समान रेट होने के बावजूद यह काम दाड़ला फैक्टरी को सौंप दिया है। सभा के प्रधान लेख राम वर्मा ने कहा कि अभी तक सभा को सरकारी डिमांड मिल रही है। सरकारी सीमेंट की सप्लाई बरमाणा की बजाय दाड़ला से करने के बारे उन्हें भी जानकारी नहीं मिली है। उधर, सभा के पूर्व उपप्रधान नंद लाल ठाकुर और पूर्व महासचिव शमशेर चंद गौतम ने कहा कि सरकारी सीमेंट की सप्लाई अब बंद कर दी गई है। इससे ट्रक आपरेटरों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने बीडीटीएस से मामला सरकार से उठाने की मांग की है।

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