टीका लगने के बाद भी संक्रमण से बचना होगा, एंटीबॉडी विकसित होने में लगेंगे 15 दिन

टीका लगने के बाद भी संक्रमण से बचना होगा, एंटीबॉडी विकसित होने में लगेंगे 15 दिन

चंडीगढ़
कोरोना के टीके के बाद भी मास्क लगाना जरूरी रहेगा। इसके पीछे की वजह है कि 28 दिन बाद टीके की दूसरी खुराक लगने के बाद शरीर में एंटीबॉडी विकसित होने में 15 से 20 दिन का समय लगेगा। इस दौरान वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति को संक्रमण से बचने के लिए वह सभी उपाय करने होंगे, जो कोरोना काल के दौरान लिए जा रहे थे।

वैसे भारत में कोरोना वायरस की 30 जनवरी 2020 को पुष्टि हुई थी। भारत सरकार ने इस वायरस के फैलाव को रोकने के लिए इसे महामारी घोषित करते हुए देशभर में लॉकडाउन घोषित कर दिया था। राज्य सरकारों ने भी संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए कर्फ्यू की घोषणा कर दी थी।

पंजाब में इस महामारी के फैलाव को रोकने के लिए राज्य की सीमाओं को सील करने के साथ ही कर्फ्यू की घोषणा की गई थी। साथ ही मास्क और दो गज की दूरी के नियम को भी अनिवार्य किया गया था। वैक्सीन आते ही खुशी का माहौल है लेकिन कुछ सवाल हैं कि क्या अब भी मास्क जरूरी रहेगा।

विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार टीकाकरण की दूसरी खुराक के बाद भी मास्क जरूरी रहेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन की दूसरी खुराक के 15 से 20 दिनों तक शरीर में एंटीबॉडी विकसित होने तक वह सारे उपाय करने होंगे, जो संक्रमण के दौरान किए जा रहे थे।

गर्भवती महिलाएं अभी भी असुरक्षित
अब तक के हुए शोधों में भारत में आने वाली दोनों वैक्सीन (कोविशील्ड और कोवैक्सीन ) का परीक्षण 18 साल से अधिक उम्र के लोगों पर हुआ है। इसलिए यह वैक्सीनेशन केवल 18 साल से अधिक वालों के लिए ही है। इसी प्रकार वैक्सीन के इस ट्रायल में गर्भवती महिलाओं को शामिल नहीं किया गया है, इसलिए वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के लिए भी नहीं है।

संक्रमित व्यक्ति का नहीं होगा टीकाकरण
कोरोना के लक्षणों वाले शख्स को भी वैक्सीन नहीं दी जाएगी, जो लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हों, या जिन्हें प्लाज्मा थैरेपी दी गई हो, उन्हें भी ठीक होने के बाद चार से आठ हफ्ते तक टीका नहीं लगाया जाएगा। जिन लोगों की ब्लीडिंग की हिस्ट्री हो, उन्हें जरूरी एहतियात के साथ वैक्सीन देनी होगी। दिल, किडनी रोगियों या अन्य गंभीर बीमारियों के शिकार लोगों को भी वैक्सीन दी जा सकेगी। इसे एड्स संक्रमित रोगियों को भी दिया जा सकेगा।

टीके के कुछ साइड इफेक्ट
कोरोना के टीके के कुछ साइड इफेक्ट भी सामने आए हैं। मसलन टीकाकरण के बाद सिर दर्द, उल्टी या सिर चकराने जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं। बुखार आने की भी संभावना विशेषज्ञ चिकित्सक बता रहे हैं।

उनके अनुसार यदि इस वैक्सीन से कोई साइड इफेक्ट नजर भी आता है तो वो कुछ मिनट या कुछ घंटों के लिए ही होगा। हां टीकाकरण के 48 घंटे पहले और टीकाकरण होने के 48 घंटे बाद तक शराब या अन्य नशीले पदार्थ का सेवन न करें, क्योंकि इससे बॉडी के इम्यून रिस्पॉन्स में रुकावट आ सकती है।

टीकाकरण के बाद भी यह जरूरी
पहले की तरह मास्क पहनें
लोगों से सोशल दूरी बना कर रहें
नियमित रूप से हाथ धोएं और पहले की तरह सभी तरह के बचाव पर अमल करें
वैक्सीन की दूसरी डोज जरूर लें
दोनों डोज लेने के 14 दिन में ही पर्याप्त एंटीबॉडी बनेंगी
यह सच है कि कोरोना के टीके की 28 दिन बाद लगने वाली दूसरी खुराक के बाद भी मास्क जरूरी रहेगा। साथ ही कोरोना काल में संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी उपायों को भी जारी रखना आवश्यक है। इसका कारण यह है कि टीकाकरण के बाद शरीर में एंटीबॉडी बनने में लगभग तीन सप्ताह का अधिकतम समय लगता है, इस दौरान सभी बचाव के उपाय यदि व्यक्ति नहीं करता है तो उसके संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है। डॉ. आरएस बेदी, सलाहकार, वर्ल्ड मेडिकल एसोसिएशन।

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