रामपुर बुशहर। अंतरराष्ट्रीय लवी मेले में कारोबारियों ने उनसे जबरन वसूली करने का आरोप लगाया है। कारोबारियों का आरोप है कि ठेकेदार और नगर परिषद की मिलीभगत से लूटा जा रहा है। नियमों को ताक पर रख कर छोटे व्यापारियों से पांच सौ रुपये के स्थान पर पांच हजार रुपये से लेकर सात हजार रुपये जबरन वसूले जा रहे हैं। अगर कोई व्यापारी रकम देने से मना करता है तो गाड़ी में सवार होकर आए लोग जहां व्यापारियों के साथ मारपीट करते हैं, वहीं उनके सामान को भी उठा कर ले जाते हैं। हालांकि, नगर परिषद ने साफ किया था कि पिछले साल के किराये में दस फीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी। लेकिन, इससे उलट यहां सड़क किनारे कारोबार करने वाले व्यापारियों से जहां पिछले साल पांच सौ रुपये किराया लिया गया था। इस वर्ष उन्हीं व्यापारियों से अवैध रूप से पांच से सात हजार रुपये तक किराया वसूला जा रहा है। इससे उग्र हुए व्यापारियों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। वहीं, एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर मामले की उचित जांच करने की भी मांग की।
व्यापारियों में सुभाष शर्मा करसोग, खेम सिंह मंडी, दर्शन चौहान सुंदरनगर, कुकू कुरुक्षेत्र, कमल कालका, किशोर अंबाला, राजेश यादव लखनऊ, राम नरेश बरेली, शारदा मंडी, संजय शिमला, कर्म चंद जाहू, दिनेश चंद, मोहर सिंह, हुक्म चंद, रोशन लाल, रोहित कुमार, रत्न चंद, राजकुमार, जगदीश कुमार, किशोरी लाल, संजीव पठानकोट, राम नरेश बरेली सहित सैकड़ों व्यापारियों का कहना है कि सड़क किनारे पलंग लगा कर छोटा-मोटा कारोबार कर अपने परिवार को पाल रहे हैं। इन लोगों का कहना है पिछले साल कमेटी की ओर से पांच सौ रुपये प्रति पलंग लिए जाते रहे हैं, लेकिन इस बार नगर परिषद ने सड़क को ठेके पर दे दिया है। इसके चलते ठेकेदार उनसे जबरन पांच से सात हजार रुपये की वसूली कर रहे हैं। रसीद तक भी नहीं दी जा रही है। अगर कोई व्यापारी विरोध करता है तो गाड़ी में सवार होकर आए लोग व्यापारियों के साथ मारपीट कर रहे हैं। उनके सामान को उठा कर सड़क में फेंका जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि उनके पास कुल पांच से दस हजार रुपये का सामान है। इधर, एसडीएम रामपुर केआर सेहजल ने भी माना कि व्यापारियों से अधिक किराया वसूला जा रहा है। उन्होंने कहा कि जांच के लिए तहसीलदार की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देगी।