छात्रों को 20 कृपांक देने की मांग

धर्मशाला। संस्कृत शिक्षक परिषद के सदस्य प्रदेशाध्यक्ष राम स्वरूप शर्मा की अध्यक्षता में शिक्षा बोर्ड सचिव से मिले। शिक्षक परिषद ने वार्षिक परीक्षाओं में संस्कृत के प्रश्न पत्र में पाई गई त्रुटियों के मामले को सचिव के समक्ष रखा। शिक्षक परिषद ने शिक्षा बोर्ड सचिव से परीक्षार्थियों को 20 कृपांक देने की मांग की है। संस्कृत शिक्षक परिषद के पदाधिकारियों ने दसवीं के संस्कृत के पेपर में पाई गई त्रुटियों से सचिव को अवगत करवाया। कहा कि प्रश्न पत्र में इतनी त्रुटियां पाए जाने से परीक्षार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रश्न पत्र में एक साथ 27 त्रुटियां पाए जाने से छात्रों की मेरिट पर भी असर पड़ेगा। छात्रों को 20 अंकों के करीब ग्रेस मार्क्स दिए जाने चाहिए।
शिक्षा बोर्ड सचिव राखिल काहलों ने संस्कृत शिक्षक परिषद को आश्वासन दिया कि जल्द ही बोर्ड पदाधिकारियों से इसके बारे में विचार-विमर्श कर उचित ग्रेस मार्क्स दिए जाने पर फैसला लिया जाएगा।

संस्कृत अध्यापकों को स्नातक का दर्जा मिले
जिला कांगड़ा संस्कृत शिक्षक परिषद ने धर्मशाला में प्रारंभिक शिक्षा उप निदेशक भजन सिंह केसाथ बैठक की। इसमें परिषद ने उप निदेशक के समक्ष विभिन्न मांगें रखीं। परिषद ने संस्कृत अध्यापकों को स्नातक का दर्जा दिए जाने, 4400 की बजाय 5000 रुपये ग्रेड-पे देने, 4-9-14 और 8-16-24-32 की शीघ्र बहाली, एड्हाक और टेन्योर अध्यापकों को नियुक्ति तिथि से सभी वित्तीय लाभ देने, अंतर जिला स्थानांतर नीति एक प्रतिशत से दस प्रतिशत करने, रिक्त पदों को शीघ्र भरने, मुख्याध्यापक की अनुपस्थिति में अनुबंध अध्यापकों को विद्यालय प्रभारी न बनाने, वरिष्ठता सूची सीएंडवी से अलग करने, वरिष्ठता सूची 2013 तक अपडेट करने व शशिकांत गौतम राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल गगडूही का नाम वरिष्ठता सूची में सम्मिलित करने संबंधी मांगें रखीं। शिक्षा उप निदेशक ने परिषद को आश्वासन दिया कि मांगों को निदेशालय के समक्ष रखा जाएगा। इस मौके पर जिला प्रधान जीवन कुमार शास्त्री, कोषाध्यक्ष चैन सिंह, महासचिव लेखराज, संरक्षक सुख राम शर्मा, प्रेस सचिव राज कुमार कौंडल, वरिष्ठ उप प्रधान विशंबर दत्त, उप प्रधान शोभा परमार समेत कई शिक्षक मौजूद रहे।

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