चिड़ियाघर 31 मार्च तक बंद, कैप्टन बोले- करतारपुर कॉरिडोर अस्थायी तौर पर बंद

चंडीगढ़
छतबीड़ जू
कोरोना वायरस (कोविड -19) के मद्देनजर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को राज्य के सभी चिड़ियाघरों को 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश जारी किये हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि यह फैसला कोविड-19 के कारण पैदा होने वाली किसी भी समस्या को टालने के लिए एहतियात के तौर पर लिया गया है।

उल्लेखनीय है कि चंडीगढ़ के नजदीक छत्तबीड़ में बड़ा जू है और इसके अलावा पंजाब में पटियाला, लुधियाना, बठिंडा और समराला के नजदीक चार और छोटे चिड़ियाघर हैं। औसतन तकरीबन 4000 सैलानी /दर्शक रोजाना इनमें आते हैं, जबकि हफ्ते के अंतिम दिनों में यहां आने वालों की संख्या 10 हजार के करीब हो जाती है।

गर्मियों और सर्दियों के मौसम व छुट्टियों के दौरान यह संख्या और बढ़ जाती है। वन्य जीव अथॉरिटी की तरफ से चिड़ियाघर में जीव सुरक्षा मापदंडों संबंधी हर तरह की अपेक्षित सावधानी इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ ही राज्य सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार, रोकथाम संबंधी उपायों के तौर पर वन्य जीव विभाग ने लोगों के बड़े हित में यह कदम उठाने का फैसला किया है। शुरू में चिड़ियाघरों को 31 मार्च तक बंद रखने के यह आदेश जारी किये गए हैं, जिसकी बाद में समीक्षा की जाएगी।

कोरोनो के कारण अस्थायी तौर पर बंद है करतारपुर कॉरिडोर: कैप्टन
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर करतारपुर कॉरिडोर को अस्थायी तौर पर बंद किया गया है। मुख्यमंत्री ने करतारपुर कॉरिडोर संबंधी अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि यह कॉरिडोर कोरोना वायरस के मौजूदा संकट के खत्म होने के बाद हमेशा खुला रहेगा।

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के मौजूदा संकट को ध्यान में रखते हुए कॉरिडोर को बंद रखने का फैसला एक अस्थायी व्यवस्था है, जिसका मुख्य उद्देश्य इस खतरनाक बीमारी को फैलने से रोकना है। उन्होंने कहा कि इस कॉरिडोर को पक्के तौर पर बंद किए जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता।

उन्होंने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर से श्रद्धालुओं की दर्शन-दीदार करने की इच्छा पूरी हुई है और इस फैसले को किसी भी कीमत पर कभी बदला नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उनका अच्छा भाग्य है कि करतारपुर कॉरिडोर उनके समय में खुला है और उनकी सरकार इस विषय पर भाग्यशाली है कि इसे श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को श्रद्धा और सत्कार के साथ मनाने का मौका हासिल हुआ।

लोकपाल पंजाब का कार्यालय 31 मार्च तक बंद
पंजाब सरकार की ओर से कोविड-19 से निपटने के उठाए जा रहे कदमों के मद्देनजर लोकपाल पंजाब का कार्यालय 31 मार्च तक सार्वजनिक कार्यों के लिए बंद कर दिया गया है। इस दौरान सिर्फ जरूरी और तुरंत सुने जाने वाले मामलों पर ही विचार किया जाएगा। लोकपाल पंजाब के प्रवक्ता ने बताया कि अगर कोई बहुत जरूरी या तुरंत सुने जाने वाला मामला लोकपाल पंजाब के समक्ष आता है तो लोकपाल पंजाब के अंडर-सेक्रेटरी द्वारा इन मामलों के लिए विशेष स्टाफ तैनात किया जाएगा।

यह आदेश 031 मार्च तक लागू रहेंगे, क्योंकि लोकपाल पंजाब के कार्यालय में समूचे पंजाब से विभिन्न मामलों की सुनवाई संबंधी आते हैं और लोगों को किसी भी संभावित खतरे से बचाने के लिए यह फैसला लिया गया है। लोकपाल के कार्य फिर से पूरी तरह शुरू करने संबंधी 1 अप्रैल, 2020 को मूल्यांकन किया जायेगा।

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