#क्या भारत में बिना वैक्सीन के खत्म हो रही है कोरोना महामारी? विशेषज्ञ से जानें इसके बारे में सबकुछ

#क्या भारत में बिना वैक्सीन के खत्म हो रही है कोरोना महामारी? विशेषज्ञ से जानें इसके बारे में सबकुछ

नई दिल्ली
दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले बढ़कर अब सात करोड़ 21 लाख से भी अधिक हो गए हैं जबकि 16 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी संक्रमितों का आंकड़ा 98 लाख के पार चला गया है जबकि मरने वालों की संख्या भी एक लाख 43 हजार के पार है। हालांकि भारत में इस महामारी से स्वस्थ होने की दर भी बढ़कर अब 94.89 फीसदी हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अब तक 93 लाख 24 हजार से अधिक लोग स्वस्थ हो चुके हैं। इस आंकड़े को देखकर एक सवाल मन में आता है कि क्या बिना वैक्सीन भारत में यह महामारी अपने अंत की ओर है? आइए विशेषज्ञ से जानते हैं कोरोना और वैक्सीन से जुड़े ऐसे ही कुछ जरूरी सवालों के जवाब…

क्या भारत में यह महामारी अपने अंत की ओर है?
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल की डॉ. रूपाली मलिक बताती हैं, ‘बहुत लोग सोच रहे हैं कि हम पीक (लहर) को पार कर चुके हैं जबकि अभी भी निश्चिंत नहीं होना है। अभी भी यह कहना मुश्किल है कि इस बीमारी से हम जीत चुके हैं, क्योंकि हमारे देश में बहुत से भाग ऐसे हैं जहां इस संक्रमण का पीक (लहर) नहीं आया है। लेकिन हां, बड़े शहरों में तीन पीक (लहर) निकल चुके हैं। वहां काफी हद तक इम्यूनिटी आ चुकी है। वैक्सीन पर रोज नई खबर मिल रही है। यह अच्छी बात है, लेकिन फिलहाल हमें जरा भी लापरवाही नहीं करनी है।’

सरकार बच्चों को टीकाकरण में शामिल करने की योजना क्यों नहीं बना रही है?
डॉ. रूपाली मलिक बताती हैं, ‘ब्रिटेन में फाइजर की वैक्सीन का ट्रायल 12 वर्ष से ऊपर के लोगों पर ही किया गया है। कुछ और भी वैक्सीन हैं, जो 18 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों पर ही टेस्ट की गई हैं। इन वैक्सीन के फेज-2 में हो सकता है बच्चों को शामिल किया जाए। इसलिए फिलहाल सरकार बच्चों के टीकाकरण की योजना नहीं बना रही है।

क्या ज्यादातर वैक्सीन से एलर्जी की समस्या होती है?
डॉ. रूपाली मलिक बताती हैं, ‘वैक्सीन को बनाने में जिन पदार्थों का इस्तेमाल होता है, उनसे एलर्जी हो सकती है। बहुत से लोगों में यह माइल्ड एलर्जी होती है, लेकिन कुछ लोगों में काफी गंभीर रूप से एलर्जी के लक्षण आते हैं और उनमें एनाफाइलैक्सिस के रूप में भी एलर्जी हो सकती है, जो जानलेवा हो सकती है। जिन लोगों को एलर्जी है, खासकर अंडे या नॉनवेज से, वे वैक्सीन लेने से पहले डॉक्टर को जरूर बताएं।’

क्या वैक्सीन लगवाने के बाद निश्चित रूप से कोविड नहीं होगा?
डॉ. रूपाली मलिक बताती हैं, ‘पहले भी जो वैक्सीन बनती आई हैं, उनमें भी तमाम वैक्सीन ऐसी हैं जिनमें 50-50 संभावना होती है कि वो बीमारी की रोकथाम कर पाएगी। कोविड-19 तो नया वायरस है, इसकी वैक्सीन 100 प्रतिशत कारगर होगी कि नहीं, यह कहना मुश्किल है। अभी अध्ययन जारी है, इसलिए थोड़ा समय देना होगा।’

 

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