कोरोना से पंजाब में चौथी मौत,लेकिन कोई नया केस नहीं आया सामने

 चंडीगढ़
कोरोना वायरस

कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं, नयागांव सील

पंजाब में कोरोना वायरस पांव पसारने लगा है। मंगलवार को राज्य में कोरोना से चौथी मौत दर्ज की गई। हालांकि मंगलवार को इस वायरस का कोई नया पॉजिटिव केस तो सामने नहीं आया लेकिन दो दिन के भीतर तीन मौतों ने राज्य सरकार और सेहत विभाग को हिलाकर रख दिया है। आने वाले दिनों में राज्य में कर्फ्यू को और सख्ती से लागू किया जा सकता है।

चंडीगढ़ से सटे पंजाब के क्षेत्र नयागांव का जो मरीज पीजीआई में दाखिल था, उसकी मौत के साथ पंजाब में कोरोना से मौतों की संख्या चार हो गई। हालांकि इस व्यक्ति की मौत की पुष्टि के समय को लेकर पंजाब सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन के अलग-अलग बयान जारी हुए, जो सवालों के घेरे में आ गए हैं।

राज्य सरकार ने भी फिलहाल यह साफ नहीं किया कि मृतक की पीजीआई में मौत का आखिर सही समय क्या था। मोहाली के डीसी का कहना है कि जिस मरीज की मौत हुई है, उसे पीजीआई में दाखिल करवाया गया था और इस बारे में जानकारी मिलने में कुछ देरी हो गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार या प्रशासन कुछ भी छिपा नहीं रहा है। उधर, एक निजी टीवी चैनल ने दावा किया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा चौथी मौत के बारे में काफी पहले ही जानकारी दे दी गई थी लेकिन चंडीगढ़ प्रशासन ने इसकी पुष्टि मंगलवार दोपहर करीब एक बजे की। इस संबंध में सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू का कहना है कि प्रदेश में कोरोना से चौथी मौत बहुत दुखद है लेकिन सेहत विभाग और चौकस हो गया है और अपनी ओर से सरकार और विभाग ने रोकथाम के प्रयासों को तेज कर दिया है।

सेहत मंत्री ने कहा कि वे कोरोना से संबंधित छोटी से छोटी जानकारी पर भी खुद नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर में जिन दो पॉजिटिव केसों की चर्चा थी, उनकी जांच रिपोर्ट आ चुकी है और दोनों ही व्यक्ति निगेटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को राज्य में कोई नया पॉजिटिव केस नहीं आया और कुल केसों की गिनती 41 ही है। राज्य में अब तक 1198 संदिग्ध लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिनमें से 1009 सैंपल निगेटिव रहे हैं जबकि 148 सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है।

डीजीपी नहीं उनकी बेटी थीं घर पर क्वारंटीन
कोरोना की आशंका से पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता नहीं बल्कि उनकी विदेश से लौटीं बेटी को 14 दिन के लिए घर में ही क्वारंटीन किया गया था। यह स्पष्टीकरण मंगलवार शाम पंजाब सरकार की ओर से मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने जारी किया। सरकार की ओर से कहा गया कि डीजीपी दिनकर गुप्ता को क्वारंटीन नहीं किया गया था और यह कहना भी गलत है कि डीजीपी की घर में क्वारंटीन की अवधि मंगलवार को समाप्त हुई है। सरकार की ओर से बताया गया कि डीजीपी की बेटी 16 मार्च को विदेश से लौटीं थीं। हालांकि उनमें कोरोना वायरस या अन्य अस्वस्थता के कोई लक्षण नहीं थे फिर भी प्रोटोकाल के तहत उन्हें घर पर 14 दिन के एकांतवास में रखा गया था। यह 14 दिन की अवधि सोमवार सुबह समाप्त हो गई है और वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। सरकार की तरफ से यह भी स्पष्ट किया गया कि डीजीपी गुप्ता की बेटी के मामले में भी होम क्वारंटीन के प्रोटोकाल को पूरी सख्ती से लागू किया गया था।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार दोपहर सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल होने लगी कि पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता को घर पर क्वारंटीन किया गया है। ऐसी खबर वायरल करने वालों ने डीजीपी के चंडीगढ़ स्थित आवास के मुख्य द्वार का फोटो भी रिलीज किया, जिस पर घर में क्वारंटीन पेशेंट के बारे में स्वास्थ्य विभाग का कागज भी चिपका हुआ था। हालांकि इस कागज पर डीजीपी की बेटी का नाम लिखा था, जिन्हें 17 मार्च से 31 मार्च तक क्वारंटीन किए जाने का विवरण छपा था।

पटियाला: राजिंदरा में दाखिल चार संदिग्धों की रिपोर्ट निगेटिव
देसी मेहमानदारी के जिस 31 साल के युवक की रिपोर्ट सोमवार को कोरोना पॉजिटिव रही, उसके छह परिजनों के सैंपल जांच के लिए सरकारी राजिंदरा अस्पताल की लैब में भेज दिए गए हैं। उनकी रिपोर्ट बुधवार तक आएगी। सोमवार को राजिंदरा अस्पताल में दाखिल किए गए चारों संदिग्ध व्यक्तियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सेहत विभाग के डॉ. सुमित ने बताया कि विभाग की निगरानी में देसी मेहमानदारी मोहल्ले में घर-घर जाकर सर्वे किया गया और लोगों को घरों में ही रहने को प्रेरित किया गया। जुकाम, बुखार, खांसी व सांस में तकलीफ आने जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत जिला सेहत विभाग से संपर्क करने के लिए कहा गया। बाहरी लोगों के भी मोहल्ले में आने पर रोक लगाई गई है। सारे मोहल्ले को सैनिटाइज किया जा रहा है।

गुरदासपुर: गुजरात से लौटे चार लोगों को घरों में किया क्वारंटीन
गुजरात से लौटे चार लोगों का सरकारी अस्पताल गुरदासपुर में चेकअप किया गया। इसके बाद 14 दिनों के लिए घर पर क्वारंटीन किया गया। जिले के चार युवक गुजरात में रोजी-रोटी कमाने के लिए गए थे। कोरोना वायरस की दहशत को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल तक देश में लॉकडाउन घोषित किया। जिसके चलते युवक गुजरात में ही फंस गए।

इनके अलावा पंजाब के अन्य जिलों के तकरीबन 50 युवक वहीं पर फंसे हैं। वहां पर भूखे प्यासे पिछले एक सप्ताह से रह रहे उक्त युवक गत दिनों गुजरात से अमृतसर की तरफ जाने वाले एक ट्रक में बैठकर बड़ी मुश्किल से पंजाब पहुंचे। ट्रक चालक ने सभी युवकों को उनके जिले में उतारा।

पंजाब में कोरोना वायरस के संक्रमण से चौथी मौत हो गई है। नयागांव में मिले 65 वर्षीय बुजुर्ग मरीज ने मंगलवार सुबह दम तोड़ दिया। सोमवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यूटी एडवाइजर मनोज परिदा ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि नयागांव के कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत आज सुबह 11:35 पर पीजीआई में हुई।

बुजुर्ग पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती था। इसलिए उसमें कोरोना की पुष्टि होते ही पीजीआई से लेकर चंडीगढ़ सेक्टर-16 स्थित जीएमएसएच प्रशासन तक सकते में आ गया, क्योंकि बुजुर्ग में पहले कोरोना के लक्षण नहीं दिखे थे और उसका इलाज सामान्य रूप से चल रहा था।

कोरोना की पुष्टि के बाद आनन-फानन में पीजीआई प्रशासन ने मरीज के संपर्क में आए स्टाफ को क्वारंटीन कर दिया है। इनमें 5 डॉक्टर, 22 नर्सिंग स्टाफ, 5 सैनिटेशन अटेंडेंट और 4 हॉस्पिटल अटेंडेंट शामिल हैं। वहीं, जीएमएसएच के मेडिसिन डिपार्टमेंट के पांच डॉक्टरों समेत दो इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर, एक रेडियोग्राफर और एक स्टाफ नर्स को भी क्वारंटीन कर दिया गया है।

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