कोरोना का संदिग्ध आइसोलेशन वार्ड से भागा, तलाश जारी, पठानकोट में 28 निगरानी में

 पंजाब
संदिग्ध की तलाश में जुटी पुलिस।
देश में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। पंजाब में भी इसके संदिग्ध मरीज लगातार सामने आ रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि यहां सिर्फ एक मरीज को छोड़कर बाकी सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। पंजाब के मोहाली में अब तक 22 लोगों को संदिग्ध माना गया तो वहीं फरीदकोट में मंगलवार (17 मार्च) की रात कोरोना का एक संदिग्ध अस्पताल से फरार हो गया है। पुलिस अब तलाश में जुटी है।

फरीदकोट से कोरोना का संदिग्ध फरार, पुलिस तलाश में जुटी
फरीदकोट के गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल से कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज फरार हो गया। बताया जा रहा है कि मरीज सोमवार सुबह ही भर्ती हुआ था। हालांकि अभी उसकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। वहीं पुलिस भी पूरी मुस्तैदी से तलाश में जुटी हुई है। फरीदकोट में पीसीआर से पुलिस संदिग्ध मरीज की तलाश कर रही है।

बताया जा रहा है कि संदिग्ध मरीज ने कुछ दिन अपने एनआरआई दोस्तों के साथ बिताए थे। इसके बाद से उसे खांसी और सांस लेने में दिक्कत महसूस हुई। इसके बाद ही वह जांच करने मेडिकल कॉलेज पहुंचा तो डॉक्टरों ने संदिग्ध मानते हुए उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया था। जहां से वह मंगलवार की रात फरार हो गया।

मोहाली:दो महिलाओं की रिपोर्ट आई निगेटिव, अब तक जिले में कोरोना के 22 संदिग्ध
मोहाली में कोरोना के संदिग्ध अब तक 22 मरीज सामने आ चुके हैं। इन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिससे साफ हो गया है कि कोरोना से कोई भी व्यक्ति पीड़ित नहीं है। सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह ने बताया कि खरड़ में दाखिल कोरोना की संदिग्ध एक महिला और एक अन्य निजी अस्पताल में दाखिल बुजुर्ग महिला की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है।दोनों महिलाओं के ब्लड सैंपल सोमवार को पीजीआई भेजे गए थे। उन्होंने बताया कि जिले में 470 लोगों को एहतियात के तौर पर घरों में डॉक्टरों की निगरानी में अलग रखा गया था। इनमें से 320 लोगों के डॉक्टरों की निगरानी के 14 दिन पूरे हो चुके हैं। अब सभी पूरी तरह से तंदरुस्त हैं। बाकी के 150 लोग फिलहाल सेहत विभाग की निगरानी में घरों में अलग रखे गए हैं।

लुधियाना: हवालाती को कोरोना का संदिग्ध मान अस्पताल लाई पुलिस
पिछले महीने अमेरिका से लौटे मारपीट के मामले में नामजद आरोपी को जेल से कोरोना वायरस का संदिग्ध मान जेल प्रशासन सिविल अस्पताल लाया है। हवालाती को खांसी, जुकाम और बुखार था। अमेरिका से लौटने के कारण उसे सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया है। सिविल अस्पताल प्रशासन ने मरीज के सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं। अब रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि वह कोरोना वायरस से पीड़ित है या नहीं।

जानकारी के मुताबिक उक्त हवालाती नवांशहर का रहने वाला है। उसके खिलाफ 2018 में मारपीट का मामला दर्ज हुआ था। केस दर्ज होने के बाद वह अमेरिका चला गया था। इस बीच उसकी गिरफ्तारी न होने पर कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था और उसकी एलओसी जारी कर दी गई थी। जब फरवरी 2020 को वह विदेश से वापस भारत आया तो एयरपोर्ट पर पुलिस ने दबोच लिया था।

उसे लुधियाना की सेंट्रल जेल भेज दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि उसे हलकी खांसी और बुखार था। जब वह मंगलवार को जेल के अस्पताल में खुद का चेकअप करवाने गया तो उसकी ट्रेवल हिस्ट्री के कारण डॉक्टरों को शक हुआ। इसी आधार पर उसे सिविल अस्पताल भेज दिया है। जहां उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।

दुबई से आया कोरोना का संदिग्ध अस्पताल में भर्ती

कोरोना वायरस के एक संदिग्ध को बरनाला सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है। जानकारी अनुसार बरनाला निवासी एक व्यक्ति दुबई गया हुआ था। कुछ दिन पहले ही वह दुबई से बरनाला लौटा है। मरीज को बुखार और पेट दर्द होने पर उसके पारिवारिक सदस्यों ने उसे सिविल अस्पताल बरनाला पहुंचाया। डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया है।

कोरोना : पंजाब में उद्योगपतियों को वर्करों की सेहत संबंधी हिदायतें जारी
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने सूबे के उद्योग जगत से अपने सभी कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य उपाय यकीनी बनाने के लिए कहा। ताकि कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सके। अरोड़ा ने कहा कि सभी औद्योगिक इकाइयों में कर्मचारियों के लिए साफ-सफाई संबंधी सावधानियां लाजिमी तौर पर उपलब्ध करवाई जाएं। उन्होंने उद्योगों से नजदीकी डिस्पेंसरियों में कर्मचारियों की जांच कराने को भी कहा।

मंगलवार को कोरोना वायरस के खतरे से पैदा हुई स्थिति का जायजा लेने के लिए विभाग के सीनियर अधिकारियों और हिस्सेदार बोर्डों व कारपोरेशन की मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए अरोड़ा ने वायरस के फैलाव को रोकने के लिए राज्य की सभी औद्योगिक इकाइयों को अपनी फैक्ट्रियों के बाहर सफाई संबंधी सावधानियां दिखाने वाले साइन बोर्ड लगाने को कहा।

उन्होंने सभी कर्मचारियों के लिए सैनेटाइजर की उपलब्धता भी यकीनी बनाने को कहा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि फैक्ट्रियों में दाखिल होने वाले कामगारों के लिए मुफ्त साबुन और पानी उपलब्ध करवाया जाए और स्टाफ व वर्करों द्वारा इस्तेमाल की होने वाली आम सुविधाओं को नियमित तौर पर साफ-सुथरा रखा जाए। इन सहूलियतों में कर्मचारियों की ओर से इस्तेमाल की जाने वाली बसें और आम ट्रांसपोर्ट वाहन शामिल हैं।

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