किसानों की महापंचायत आज, राकेश टिकैत होंगे शामिल

किसानों की महापंचायत आज, राकेश टिकैत होंगे शामिल

विकासनगर
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से शुक्रवार को हरबर्टपुर में आयोजित होने वाली किसान महापंचायत की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। महापंचायत में बतौर मुख्य वक्ता किसान नेता राकेश टिकैत शामिल होंगे। 

रुद्रपुर किसान महापंचायत में बोले राकेश टिकैत, उद्योगपतियों को एक भी इंच जमीन नहीं देंगे किसान

भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर ने बताया कि महापंचायत सुबह 10 बजे से बस अड्डा ग्राउंड में शुरू होगी। उन्होंने कहा कि बांध प्रभावितों को ब्याज सहित अनुग्रह राशि का भुगतान और मटोगी में चारगाह की भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराने को लेकर धरना जारी है।

उन्होंने कहा कि महापंचायत में भी बांध प्रभावितों का मुद्दा जोर शोर से उठाया जाएगा। कुंवर ने कहा कि महापंचायत को लेकर व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। बांध प्रभावित भी गांव-गांव जाकर लोगों से महापंचायत में शामिल होने की अपील कर रहे हैं।

उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से महापंचायत में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में देशभर के किसान सड़कों पर हैं, लेकिन तानाशाही सरकार किसानों की सुध लेने को तैयार नहीं। उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को काला कानून करार दिया।

एक मार्च को भी ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर में महापंचायत की थी

वहीं इससे पहले विगत एक मार्च को भी राकेश टिकैत ने ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर शहर में महापंचायत की थी। महापंचायत को संबोधित करते हुए किसान नेता टिकैत ने कहा था कि किसानों की जमीन को उससे कोई छीन नहीं सकता है। सरकार कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलित किसानों पर मुकदमे दर्ज कर और नोटिसों का डर दिखा रही है, लेकिन किसानों को डरने की जरूरत नहीं है।
 
जो किसान नोटिस से डरता है, उसे आंदोलन में आने की जरूरत नहीं है। यदि उत्तराखंड सरकार ने किसानों की जमीन की तरफ आंख उठाकर देखी तो दिल्ली जैसा हाल कर देंगे। केंद्र सरकार पिछले करीब 15 दिनों से किसान आंदोलन को लेकर चुप है, लगता है वह किसान आंदोलन के दमन के लिए कोई योजना तैयार रही है।

किसानों के आज होने वाले भारत बंद को व्यापारियों संगठनों का समर्थन
तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसानों के समर्थन में रुद्रपुर में भारत बंद रहेगा। सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक व्यापारियों से प्रतिष्ठान, ट्रांसपोर्ट आदि बंद रखने का आह्वान किया गया है।
 
तराई किसान संगठन के अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क ने कहा कि व्यापारियों व विभिन्न संगठनों ने भारत बंद को समर्थन दिया है। विर्क ने कहा कि तीनों कृषि कानून सिर्फ किसानों के लिए नहीं, बल्कि आम जनता के लिए भी बेहद खतरनाक हैं। इससे कृषि पर भी उद्योगपतियों का कब्जा हो जाएगा।

वह राशन का भंडारण कर अपने फायदे के हिसाब से इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कहा कि  तीनों कानून से गरीब और आम जनता के सामने भोजन का भी संकट खड़ा हो सकता है। इससे भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

इसलिए इन तीनों कानूनों का विरोध करना बेहद जरूरी है। विर्क ने आम जनता से भी शुक्रवार को भारत बंद को समर्थन देने की अपील की। उन्होंने बताया कि किसान जागृति रैली गुरुवार को यूपी के मुरादाबाद में पहुंची है। यह रैली 27 मार्च को गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचेगी।

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