कमेटी बताएगी कौन सी दवा लिखेंगे डाक्टर

शिमला। दवाओं के दंगल के बीच मरीजों के लिए अच्छी खबर। स्टेट एसोसिएशन आफ मेडिकल एंड डेंटल कालेज टीचर्स (सेमडिकाट) ने अपने स्तर पर पांच सदस्यीय कमेटी का गठन कर लिया है। यह कमेटी सस्ती और गुणवत्ता वाली दवाओं की लिस्ट बनाएगी, जिसे हर डाक्टर को सौंपा जाएगा। डाक्टर इन्हीं दवाओं को पर्ची पर लिखेंगे।
कमेटी में प्रोफेसर आफ मेडिसन डा. अशोक शर्मा, प्रोफेसर ओरल पैथोलाजी डा. नरवीर ठाकुर, प्रोफेसर फार्माकोलाजी डा. एके शाही, प्रोफेसर सर्जरी डा. अनिल मल्होत्रा और असिस्टेंट प्रोफेसर एनेस्थिसिया डा. रविकांत डोगरा को शामिल किया गया है। यह कमेटी हर मर्ज से संबंधित पांच दवाओं को लिस्ट में शामिल करेगी। कमेटी में शामिल डाक्टर अपने-अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं। ऐसे में हर मर्ज को ध्यान में रखते हुए लिस्ट बनाई जाएगी।
मंगलवार को हुई सेमडिकाट की बैठक में बाजार में उपलब्ध सस्ती और गुणवत्ता युक्त दवाओं की लिस्ट बनाने के लिए कमेटी का निर्णय लिया गया। लिस्ट में दवा का दाम और कंपनी का नाम लिखा होगा। मरीजों को यह दवा लिखी जा रही है या नहीं सेमडिकाट यह भी सुनिश्चित करेगा।
स्टेट एसोसिएशन आफ मेडिकल एंड डेंटल कालेज टीचर्स के अध्यक्ष डा. अनिल ओहरी और महासचिव डा. राजेश कश्यप का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से ऐसी कोई पालिसी नहीं बनी है जिसमें यह दर्शाया गया हो कि डाक्टर कौन सी दवा लिखें और कौन सी नहीं। ऐसे में डाक्टरों द्वारा लिखे जाने वाली दवाओं की पर्चियों के आडिट का कोई औचित्य नहीं है। इसके चलते सेमडिकाट ने कार्यकारिणी की बैठक में फैसला लिया है कि पांच सदस्यीय कमेटी बाजार में उपलब्ध सस्ती और गुणवत्ता युक्त दवाआें की लिस्ट तैयार करेगी। इस लिस्ट को सभी डाक्टरों को दिया जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि संबंधित डाक्टर लिस्ट में लिखी दवा लिख भी रहा है या नहीं?
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केंद्र से करेंगे एक्ट में संशोधन की मांग : डा. ओहरी
स्टेट एसोसिएशन आफ मेडिकल एंड डेंटल कालेज टीचर्स के अध्यक्ष डा. अनिल ओहरी का कहना है कि जल्द ही केंद्र सरकार से ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट में आवश्यक संशोधन करने की मांग की जाएगी। एक्ट में एच वन शेड्यूल को शामिल करने की मांग की जाएगी ताकि भारत में भी सस्ती और गुणवत्ता युक्त दवाएं उपलब्ध हो सकें।
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आईएमए ने किया कमेटी का समर्थन
स्टेट एसोसिएशन आफ मेडिकल एंड डेंटल कालेज टीचर्स द्वारा गठित की गई कमेटी का इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी समर्थन किया है। डा. अनिल ओहरी का कहना है कि आईएमए और सेमडिकाट इस मामले पर एकजुट है। प्राइवेट डाक्टर एसोसिएशन आईएमए के साथ है। मरीजों को सस्ती और गुणवत्ता युक्त दवाएं मुहैया करवाने के लिए सभी साझा प्रयास कर रहे हैं।

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