उपचार न मिलने से गलोड़ के मरीज होते रहे बेहाल

नादौन (हमीरपुर)। नादौन उपमंडल के तहत आने वाले गलोड़ अस्पताल में एक भी डाक्टर न होने से मरीज बेहाल हो गए हैं। अस्पताल में डाक्टर न होने से मरीजों को बाहर के अस्पतालों में उपचार के लिए भटकना पड़ा। स्वास्थ्य केंद्र में दो चिकित्सक तैनात हैं। दोनों डाक्टर ही उपस्थित न होने से समस्या पैदा हो गई। उनके स्थान पर आए डाक्टर को भी कहीं और भेज दिया गया। इससे केंद्र में आने वाले मरीजों को उपचार से वंचित रहना पड़ा। मरीजों द्वारा अस्पताल में फैली अव्यवस्था की जानकारी स्थानीय कांगड़ा को-आपरेटिव सोसाइटी के डायरेक्टर जैदनाथ शर्मा, रोगी कल्याण समिति सदस्याें राज कुमार, व्यापार मंडल प्रधान बलदेव दास सहित अन्य जनप्रतिनिधियों लगी तो उन्होंने अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। गलोड़ अस्पताल में बुधवार को कुल 91 मरीज उपचार के लिए पहुंचे थे। मरीज कुछ देर इंतजार करने के उपरांत घर लौट गए। मरीजों सुरेश, उर्मिला, कांता, जोगिंद्र, माया देवी, तरलोक सिंह, विमला देवी, निखिल, संतोष, प्रीतम, प्रवीन, रिचा, अंजना, करतार, दिनेश ने बताया कि अस्पताल में डाक्टर न होने से उन्हें परेशानी उठानी पड़ी। उधर, सीएमओ हमीरपुर डा. एसके सोनी ने कहा कि आज आईपीपीआई की मीटिंग के कारण डाक्टर नहीं आ पाए, जिससे थोड़ी सी अव्यवस्था हुई है। डाक्टर मोहित डोगरा का कहना है कि वह सीएमओ हमीरपुर के मौखिक आदेशों पर सलौणी में मरीज देखने गए हुए थे।

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