उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग करेगी हिमाचल सरकार

 शिमला
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (फाइल फोटो)
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (फाइल फोटो)
हिमाचली उत्पाद की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग की जोरशोर के साथ तैयारी की जा रही है। प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता वाले माल का उत्पादन कर देश और विदेश में बेचा जाएगा। ताकि ऐेसे कुटीर, लघु और मध्यम दर्जे के उद्योगों के विस्तार पर विशेष रूप से गौर किया जा रहा है ताकि इन उद्योगों से जुड़े ग्रामीणों की वित्तीय स्थिति मजबूत की जा सके।

हिमाचली वस्तुओं की देश विदेशी की मांग भी पूरी करने के लिए ब्रांडिंग में ध्यान केंद्रित किया गया है ताकि ग्रामीणों के माल को बेचने में मदद भी मिले। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे समूहों के तैयार माल को अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचाने का जिम्मा भी संस्थाओं को सौंपा जाएगा। अभी तक हिमाचली सामान तो ग्रामीण तैयार करते हैं परंतु उसे देश और विदेश के विभिन्न बाजारों तक पहुंचाने की व्यवस्था में कमी रही है।

केंद्र सरकार ऐसे सामान की ब्रांडिंग करने के लिए संस्थाओं को वित्तीय मदद भी करती है। ये संस्थाएं वर्तमान में विभिन्न राज्यों के गांवों में लोगों को एकजुट करके प्रशिक्षण भी देती है। उनको बताया जाता है कि कैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग के अनुसार माल तैयार किए जाए।

केंद्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्योगों को दे रही प्रोत्साहन
कें द्र सरकार राज्यों में माइक्रो, लघु और मध्यम दर्जे के उद्योगों को विशेष प्रोत्साहन दे रही है। केंद्र सरकार इन उद्योगों से अधिक से अधिक ग्रामीणों को जोड़कर उनकी वित्तीय स्थिति और सुदृढ़ करने की पक्षधर है। प्रदेश सरकार को भी माइक्रो, लघु और मध्यम उद्योगों पर भी विशेष ध्यान देने पर जोर दे रही है, क्योंकि इन उद्योगों से ग्रामीणों को सीधे लाभ मिलेगा।

संस्थाएं करेंगे तकनीकी अपग्रेड
हिमाचली माल की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए तकनीकी अपग्रेड भी किया जाएगा और प्रशिक्षण की व्यवस्था भी करेंगी। आधुनिक मशीनों  का इस्तेमाल भी किया जाएगा। मशीनों से माल तैयार करके गुणवत्ता में सुधार लाया जाएगा ताकि देश और विदेश के बाजारों में उपभोक्ताओं की मांग पूरी की जा सके।

बाजार की तलाश भी संस्थाएं करेंगे
हिमाचल में तैयार माल की ब्रांडिंग करने का काम संस्थाएं ही करेंगे और इसके लिए सरकार ऐसे कामों से जुड़ी संस्थाओं को सरकार प्रोत्साहित करेगी। सरकार का मानना है कि माल की ब्रांडिंग करके हिमाचली माल बेचने में काफी आसानी होगी।

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