इस टेस्टिंग किट से केवल पांच मिनट में कोरोना पॉजिटिव की जानकारी और 13 मिनट लगेंगे निगेटिव बताने में

नई दिल्ली
Corona Virus
कोरोना वायरस से भारत में अब तक 68 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, इस संक्रमण से अब तक 2,902 लोग प्रभावित हैं। हालांकि, संकट की इस घड़ी में एक राहत देने वाली खबर सामने आई है, आने वाले कुछ दिनों में कोरोना वायरस की टेस्टिंग में काफी तेजी आएगी। दरअसल कोरोना वायरस को टेस्ट करने वाली रैपिड किट जल्द भारत में आने वाली है। इस किट को अमेरिका की एबॉट कंपनी बनाती है। यह किट भारत में अप्रैल के तीसरे हफ्ते में आएगी। रिपोर्ट्स की मानें तो देश में यह 18 अप्रैल तक उपलब्ध हो जाएगी। एबॉट की इस टेस्टिंग किट से केवल पांच मिनट में कोरोना पॉजिटिव केस की जानकारी मिल जाएगी। वहीं, कोरोना निगेटिव बताने में इस किट को 13 मिनट लगेंगे।

एबॉट की यह टेस्टिंग किट बहुत छोटी और हल्की है। इससे इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाया जा सकता है। एबॉट का लक्ष्य महीने भर के अंदर करीब 50 लाख टेस्टिंग किट बनाना है। यह उन जगहों के लिए सबसे कारगर साबित हो सकती है, जहां कोरोना वायरस के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। एबॉट की इस किट में जांच के लिए केवल खून की एक बूंद की जरूरत होगी।

यह टेस्टिंग किट केवल सरकारी या मंजूरी के बाद प्राइवेट लैब में बेची जाएगी। इस किट की न बिक्री होगी और न इसे सीधे ग्राहकों को दिया जाएगा। प्रति टेस्ट की कीमत 500 रुपये से 1000 रुपये तक के बीच तय की जाएगी। दुनियाभर में जहां इसकी भारी मांग है वहां भारत में इसकी कितनी सप्लाई होती है यह देखना होगा। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक भारतीय बाजार को देखते हुए कंपनी सबसे पहले भारत में ही सप्लाई करेगी।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एबॉट के पोर्टफोलियो में प्वांट-ऑफ-केयर टेस्ट किट COVID-19 डायग्नोस्टिक किट्स में से एक है। कंपनी ने हाल ही में COVID-19 के लिए अपने पोर्टेबल पॉइंट-ऑफ-केयर मॉलिक्यूलर टेस्ट के लिए USFDA की आपातकालीन स्वीकृति ली थी।दरअसल भारत में टेस्टिंग किट की कमी की वजह से यहां दूसरे बड़े देशों के मुकाबले बहुत कम लोगों की टेस्टिंग की गई है। ऐसे में किट को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पांच लाख टेस्टिंग किट अमेरिका से मंगवाई गई थी।

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