इसलिए पार्षदों को नहीं बुलाया स्वतंत्रता दिवस के आयोजन में

जालंधर: राष्ट्रीय स्तर की पार्टी हो और पार्टी के नेता अपने जिला स्तर के कार्यालय को लेकर कशमकश में हों, यह बात कुछ अजीब लगती है लेकिन इसी कशमकश से भाजपा के नेता आजकल गुजर रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि इसी कशमकश में पार्टी के अंदर एक बड़ा बवाल हो गया है जिसे लेकर हाई कमान को शिकायतें भेजी जा रही हैं। असलियत में भाजपा के शीतला मंदिर में स्थित कार्यालय को लेकर शिकायत की गई है जिसे लेकर जांच चल रही है।

इसी के चलते भाजपा ने स्वतंत्रता दिवस पर गुप-चुप तरीके से तिरंगा फहराया लेकिन मौके पर बवाल हो गया। मामले के अनुसार जिला अध्यक्ष सुभाष सूद ने कुछ नेताओं को तो इसकी सूचना देकर मौके पर बुला लिया लेकिन अधिकतर नेता नहीं बुलाए गए। इस बीच कुछ नेता वैसे ही घूमते-घुमाते मौके पर पहुंच गए तो सूद व इन नेताओं में सीधा विवाद हो गया। जानकारी के अनुसार रवि महेंद्रू के साथ-साथ जिले के दोनों महासचिवों को तिरंगा फहराए जाने की जानकारी नहीं थी।

रवि मौके पर मिंटा कोछड़ के साथ पहुंचे तो आयोजन को देखकर लाल-पीले हो गए। उन्होंने सूद को उन्हें न बुलाए जाने का कारण पूछा तो सूद ने मामला महासचिव राजू मागो पर टाल दिया। राजू मागो से रवि ने सवाल किया तो मागो का जवाब था कि उन्हें तो खुद नहीं है कार्यक्रम के बारे जानकारी। इसके बाद अनिल सच्चर को काल की गई तो उन्होंने भी जानकारी होने से इंकार कर दिया। इस पर रवि को शांत करने के लिए पार्षदों के लिए अलग निगम में आयोजन होने की बात कही गई लेकिन रवि कूल नहीं हुए तथा मौके से चले गए।

इससे पहले रवि व सूद की आपस में अच्छी-खासी बहस भी हो गई। अब इस मामले को लेकर जिला स्तर से कई शिकायतें हाई कमान को भेजी गई हैं। यहां तक कि शांता कुमार को भी शिकायत भेज कर नेताओं ने अनदेखी का आरोप लगाया है। सूत्रों का कहना है कि कुछ लोग मामले को दबाने की कोशिश में हैं। कारण यह कि चंद दिन पहले शीतला मन्दिर से कार्यालय बदले जाने की बात भाजपा नेता कर रहे थे लेकिन फिर वहां पर तिरंगा फहराने कैसे पहुंच गए। अगर तिरंगा फहराया जाना था तो आयोजन को इतना गुप्ता क्यों रखा गया।

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