आनी से कुल्लू का सफर हुआ दोगुना

आनी (कुल्लू)। आउटर सिराज के लोगों के लिए बर्फबारी आफत बनकर आई है। जलोड़ी जोत में सड़क बंद होने से यह क्षेत्र जिला मुख्यालय कुल्लू से अलग-थलग हो गया है। जलोड़ी में एक फीट से अधिक बर्फ गिरने से सड़क के फिलहाल जल्द खुलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हर साल सर्दी में आउटर सिराज के लोगों को इस तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, बावजूद इसके सरकार ने इनको राहत दिलाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाया। जलोड़ी जोत में सुरंग बनाने की घोषणा भी हवाई ही साबित हुई है।
आनी-कुल्लू वाया जलोड़ी जोत सड़क के बंद होने से अब आउटर सिराजवासियों को जरूरी कार्य से कुल्लू जाने को वाया करसोग, मंडी होकर सफर करना पड़ेगा। यहां से कुल्लू मुख्यालय की दूरी करीब 210 किलोमीटर है, जबकि वाया जलोड़ी जोत होकर कुल्लू करीब 103 किलोमीटर पड़ता है, पर सरकारों की अनदेखी के चलते क्षेत्र के लोग बर्फबारी में वाया करसोग होकर ही सफर करने को मजबूर हैं। जलोड़ी में वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने की मांग बार-बार उठती रही है, बावजूद इसके सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। भाजपा सरकार ने जलोड़ी में सुरंग निर्माण की बात कही थी, ताकि सर्दी में अत्यधिक बर्फबारी के बावजूद आनी-कुल्लू के बीच यातायात सुचारु रहे, परंतु यह महज घोषणा ही साबित हुई। आखिर कब तक यहां के लोग सरकार की उपेक्षा का दंश झेलते रहेंगे। क्या, कभी जलोड़ी जोत की समस्या का हल नहीं होगा। यहां के हर लोगों की जुबां पर यही सवाल हैं।
लझेरी पंचायत के प्रधान बेलीराम ठाकुर, खनाग के प्रधान मंगतराम कारदार, तोता राम का कहना है कि जलोड़ी में सुरंग बनाना आवश्यक है, ताकि लोगों को कुल्लू के लिए वाया-वाया सफर नहीं करना पड़े। वाया करसोग होकर कुल्लू जाने में जहां सफर अधिक पड़ता है, वहीं किराया भी उन्हें अधिक अदा करना पड़ता है। सरकार को लोगों की राहत दिलाने के लिए गंभीरता से सोचना होगा।

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