सूत्रों का कहना है कि सेना अध्यक्ष उधमपुर उत्तरी कमान और नगरोटा स्थित 16वीं कोर मुख्यालय में सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। सेना के अलावा पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसएफ सहित तमाम खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ भी बैठक होगी। इसमें गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा को लेकर बात होगी।
वहीं, सरहद पर आतंकियों की घुसपैठ रोकने, आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने और आतंकियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए रणनीति पर चर्चा होगी। इसके बाद सेनाध्यक्ष नियंत्रण रेखा पर राजौरी और पुंछ भी जाएंगे। यहां वह अग्रिम चौकियों पर तैनात जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाएंगे। इसके बाद वह उपराज्यपाल से भी मिलेंगे। दोनों के बीच प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर बातचीत होगी।
गणतंत्र दिवस से पहले सेनाध्यक्ष का दौरा अहम माना जा रहा है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही आतंकी संगठन लगातार माहौल खराब करने की कोशिश में हैं। पाकिस्तान की तरफ से भी लगातार एलओसी पर गोलाबारी की जा रही है। ऐसे में नरवणे के दौरे को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। वह जवानों को कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी कर सकते हैं।