अवैध कटान मामले में वन रक्षक सस्पेंड

महादेव (मंडी)। सुंदरनगर में डीपीएफ जंगल से पेड़ों के अवैध कटान के मामले की छानबीन के लिए मंडी वन वृत्त के अरण्यपाल हर्षवर्धन कथूरिया बुधवार को छानबीन के लिए सुंदरनगर आए। उन्होंने मामले की गंभीरता पर संज्ञान लेते हुए वन विभाग के अधिकारियों को आड़े हाथ लिया। अरण्यपाल जैदवी वन परिक्षेत्र डीपीएफ जंगल में अवैध रूप से सैंकड़ों पेड़ों के काटे जाने से खफा हैं। उन्होंने स्थानीय वन मंडलाधिकारी कार्यालय आकर मामले की जांच शुरू का दी है। इस मामले में वन महकमे ने एसीएफ सुंदरनगर को जांच की जिमेदारी सौंपी है। इस मामले में कई लोगों पर गाज गिरने की संभावना है। हालांकि, वन विभाग के स्थानीय अधिकारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए वन रक्षक को सस्पेंड कर दिया है। स्थानीय वासी संदीप कुमार, प्यार सिंह, बसंत सिंह, जोगेंद्र पाल, मोहन लाल, गुलाबा, राजेश सहित पूर्व प्रधान सोभा राम और पंचायत प्रतिनिधियों ने वन विभाग पर अरोप लगाते हुए बताया कि वन विभाग कंसा खड्ड सहित अन्य स्थलों पर पुल का निर्माण कर रहा है और इस पुल के निर्माण के लिए ही वन विभाग के अधिकारी पेड़ काट रहे थे। उन्होंने बताया कि वन विभाग ने लकड़ी ठिकाने लगा दी है। इधर, इस मामले पर पुलिस की तफतीश चल ही है। लकड़ी के साथ पकड़े गए तीनों आरोपी 28 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर हैं। इसके साथ ही डीपीएफ वन पलोहटा, कोठी, रोपड़ी, धार और जैदेवी से काटे गए पेड़ों के अवशेष भी बरामद किए हैं। इसके अलावा पुलिस वन विभाग से भी पूछताछ कर सकती है। बीबीएमबी पुलिस ने 18 नग लकड़ी सहित सेवक राम, रोशन लाल तथा दुनी चंद को पकड़ा और लगातार तीन दिन तक चीड़ की लकड़ी के कुल 116 नग विभिन्न स्थलों से बरामद किए हैं। पुलिस उप अधिक्षक अजय राणा ने बताया कि 116 नग चीड़ के पकड़े गए हैं और तीन आरोपी रिमांड पर हैं। उधर, इस मामले पर सुंदरनगर वन मंडलाधिकारी अजीत ठाकुर ने वृत्त अरण्यपाल के सुंदरनगर आने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस घटना में लापरवाही के लिए वन रक्षक को सस्पेंड किया गया है। वन विभाग मामले पर गंभीरता से जांच कर रहा है। मामले में दोषी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

Related posts