अजनाला कांड के बाद पंजाब पुलिस एक्शन में उतर आई है। वारिस पंजाब के जत्थेदार अमृतपाल सिंह के नौ साथियों के लाइसेंस रद्द करने की तैयारी कर ली है। पुलिस यह कार्रवाई 20 मार्च 2023 के बाद कर सकती है। असल में पंजाब सरकार अमृतसर में होने वाली जी – 20 बैठक तक किसी भी तरह की कोई सख्त कार्रवाई नहीं करना चाहती है। 15 मार्च से लेकर 17 मार्च तक शिक्षा विषय पर और 19 और 20 मार्च को लेबर विषय पर जी- 20 की कांफ्रेंस होने जा रही है।
जानकारी के मुताबिक अमृतपाल सिंह के नौ समर्थकों में अमृतसर का हरजीत सिंह, बलजिंदर सिंह, तरनतारन का वरिंदर सिंह और अमृतपाल सिंह, कोटकपूरा का राम सिंह बराड़, मोगा का गुरमीत सिंह, संगरूर का अवतार सिंह, पटियाला का हरप्रीत देवगन और फरीदकोट के गुरभेज सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई की जाएंगी। अमृतपाल सिंह के एक अन्य समर्थक तलविंदर सिंह निवासी तरनतारन का लाइसेंस जम्मू-कश्मीर से बना है।
कमिश्नरेट के एक आला अधिकारी ने संपर्क करने पर बताया कि पंजाब पुलिस अमृतपाल सिंह के 10 समर्थकों के खिलाफ यह कार्रवाई कर रही है लेकिन एक समर्थक के पास जम्मू-कश्मीर से जारी लाइसेंस है। यही वजह है कि उसके खिलाफ जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। दूसरी तरफ पंजाब में नौ समर्थकों के लाइसेंस को रद्द कर दिया गया है। पंजाब पुलिस यह पूरी कार्रवाई गुप्त तरीके से कर रही है ताकि अजनाला कांड जैसी हिंसक घटना दोबारा कहीं न हो।