उन्होंने कहा, वाशिंगटन में अमेरिकियों के साथ मैंने इस बारे में बात की थी। सभी यह देख सकते हैं कि अमेरिका अपनी स्थिति बदलने जा रहा है, लेकिन क्या मुद्रा होगी, यह साफ नहीं है।
भारत-अमेरिका कर रहे प्रौद्योगिकी का परीक्षण
मार्क ग्रीन ने यह बात उत्तरी कैरोलना में आयोजित अकॉर्ड नेटवर्क फोरम के कार्यक्रम में यह बात कही जहां उनसे उनके पसंदीदा देश के बारे में पूछा गया था जो आत्मनिर्भर बनने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, यूएसएआईडी ने जब भारत के साथ काम करना शुरू किया था, हम अनाज उपलब्ध करा रहे थे। और अब यह भारतीयों के लिए अपमानजनक होगा। इसके स्थान पर हम अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी का परीक्षण कर रहे हैं।
पोम्पियो और जयशंकर के बीच कश्मीर समेत कई मुद्दों पर हुई थी चर्चा
बैठक के दो दिन बाद इसका रीडआउट जारी किया गया। इसके मुताबिक, पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर सफल चतुर्पक्षीय परामर्शों के बाद एक स्वतंत्र और खुले भारत-प्रशांत क्षेत्र को लेकर आगे बढ़ने की योजना पर भी चर्चा की गई।