
शिमला (वीरेन्द्र खागटा) हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के सरकारी और निजी बीएड कालेजों से बीएड करने के लिए अब प्रवेश परीक्षा देनी होगी। राज्य सरकार ने इस सत्र से दोबारा बीएड एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा शुरू करने का फैसला लिया है। प्रवेश परीक्षा में 35 फीसदी अंक लेने अनिवार्य होंगे। इसमें आवेदन के लिए स्नातक की डिग्री में 50 फीसदी अंकों की अनिवार्यता लागू होगी। 15 फीसदी सीटें प्रदेश के बाहर के छात्रों के लिए आरक्षित होंगी।
इसकी मेरिट के आधार पर ही हिमाचल में आगामी सत्र में सरकारी और निजी कालेजों में प्रवेश मिल सकेगा। सचिव शिक्षा की ओर से जारी इसके निर्देश विवि प्रशासन को मिले हैं। हिमाचल में 73 बीएड कालेज हैं। इनमें से दो सरकारी और शेष निजी हैं। इन कालेजों में 8500 सीटें बीएड की हैं।
प्रदेश में तीन साल पहले तक बीएड में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा ली जाती थी। इसके बाद स्नातक की मेरिट के अंकों पर हिमाचल में बीएड में प्रवेश दिया जाने लगा। अब सरकार ने फिर से प्रवेश परीक्षा को शुरू करने का फैसला लिया है। इस प्रवेश परीक्षा की तिथि और पूरा शेड्यूल अब प्रशासन की ओर से शीघ्र ही तैयार किया जाएगा। इसके बाद ही आवेदन मांग कर प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।
इससे पहले के वर्षों में छात्र बीएड के लिए आवेदन करते थे। उनके अंकों के आधार पर ही उन्हें कालेजों में प्रवेश काउंसिलिंग के बाद दे दिया जाता था। अब नई व्यवस्था के तहत प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय शिक्षा विभाग की अध्यक्ष सुदर्शना राणा ने माना कि सरकार की ओर से लिखित प्रवेश परीक्षा के बाद ही एडमिशन करवाने के निर्देश मिले हैं। इस पर अब विवि प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है।
फीस बढ़ी, लेकिन लागू होने पर असमंजस
हिमाचल प्रदेश में बीएड कोर्स की फीस को बढ़ाने पर कमेटी ने प्रस्ताव तैयार किया है। इसकी सरकार की ओर से अभी अधिसूचना जारी की जानी है। इसके बाद ही इसके लागू होने पर फैसला लिया जा सकता है। हालांकि बीएड एसोसिएशन के अध्यक्ष आरके शांडिल का दावा है कि इसी सत्र से बढ़ी हुई फीस ली जाएगी। दूसरी तरफ विवि प्रशासन का कहना है कि सरकार की अधिसूचना के बाद ही इसके लागू करने पर फैसला लिया जा सकेगा।