हफ्ते बाद भी अधिकांश सड़कें बंद

रामपुर बुशहर/रिकांगपिओ। हफ्ते बाद भी रामपुर और किन्नौर की अधिकांश सड़कें बंद हैं। सड़कें न खुलने से परिवहन सेवाएं सामान्य नहीं हो पाई हैं। वीरवार को भी रामपुर से रिकांगपिओ तक बसें नहीं जा पाईं। जबकि शिमला के लिए वाया सुन्नी होकर ही बसें जा रही हैं। नेशनल हाईवे वाया नारकंडा होकर अभी बहाल नहीं हो पाया है।
गत वीरवार को भारी हिमपात से रामपुर और किन्नौर में अस्त-व्यस्त हुई परिवहन सेवाएं पटरी पर नहीं लौटी हैं। हफ्ते बाद भी इन दोनों क्षेत्रों में अधिकांश सड़कें अवरुद्ध पड़ी हैं। इसके चलते सड़कों पर यातायात ठप पड़ा है। बसें न चलने से लोगों को खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं। परिवहन निगम रामपुर से मिली जानकारी के मुताबिक रामपुर से शिमला और चंडीगढ़ को वाया सुन्नी होकर बसें जा रही हैं, जबकि सड़कें बहाल न होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों की ओर से केवल आधे तक ही बसें भेजी जा रही हैं। निगम के आरएम उत्तम चंद ने बताया कि सड़कें खुली नहीं हैं। इससे आधे तक बसें चलाई जा रही हैं। सड़कें पूरी तरह बहाल होने पर ही मुख्य स्टेशन तक बसें चलाई जा सकेंगी। किन्नौर जिले में भी कमोबेश यही स्थिति है। जिला मुख्यालय रिकांगपिओ से रामपुर तक के लिए सीधी बस नहीं आ रही है। संपर्क सड़कों पर बसें चलना तो दूर की बात। बताया जाता है कि रल्ली के नजदीक नेशनल हाईवे अवरुद्ध है। इसके चलते रिकांगपिओ-रामपुर के बीच सीधी बस नहीं चल रही है। परिवहन निगम रिकांगपिओ आधे रास्ते से रामपुर, शिमला और चंडीगढ़ को बसें भेज रहा है।
उधर, नेशनल हाईवे प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता पासंग नेगी ने बताया कि हाईवे-22 को बहाल करने का कार्य युद्ध स्तर पर है। विभाग के मजदूर हाईवे को जल्द बहाल करने की कोशिश में लगे हैं। दूसरी ओर, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियाें की मानें तो बर्फ से अवरुद्ध सड़कों पर मशीनों समेत मजदूर लगाए गए हैं और काम युद्ध स्तर पर जारी है।

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