
सोलन। आईपीएच, बिजली और नगर परिषद के अधिकारियों की आपसी तालमेल की वजह से शहर में पानी की सप्लाई अनियमित बनी हुई है। हर दूसरे दिन पेयजल सप्लाई प्रभावित हो रही है। वीरवार को भी अधिकांश इलाकों में सप्लाई ठप रही। आईपीएच और नगर परिषद के पर्याप्त पानी मुहैया करवाने के तमाम दावों का वजूद शहर में पानी की समस्या गहराती जा रही है।
गिरि पेयजल योजन में लो वोल्टेज की समस्या से पंपिंग न होने का हवाला देते हुए नगर परिषद ने दोपहर तक महज एक लाख गैलन पानी की सप्लाई देने की बात कही। निगम अभियंता एमएल ठाकुर ने दावा करते हुए कहा कि 15 लाख गैलन पानी की जरूरत है। दोपहर तक महज 06 लाख गैलन पानी मिल पाया है। 05 लाख गैलन पानी आगजनी के लिए रिजर्व रखा है। एक लाख गैलन पानी की सप्लाई दी गई है। यह सप्लाई न के बराबर है।
आईपीएच अधिकारियों ने आंकड़े पर सवाल उठाते हुए कहा कि 09 लाख गैलन पानी तो महज अश्वनी से आता है। ऐसे में छह लाख गैलन पानी की सप्लाई की बात को लेकर वे आश्वस्त नहीं दिखे। नगर परिषद के अधीन शहर में करीब आठ हजार पानी के कनेक्शन हैं। करीब 40 से 60 हजार की आबादी प्रभावित है। हालांकि शाम को पानी की सप्लाई कई जगह बहाल की गई। वहीं पानी की समस्या को लेकर कांग्रेसी और भाजपाई भी आमने-सामने हैं। इस संबंध में ज्योति गुप्ता, अरविंद कुमार, दीपक, मनोज कुमार, अवनीश शर्मा, प्रताप, प्रद्युम्मन, पंकज कुमार, अरविंद, ब्रजेश गुप्ता, हितेश मेहरा, विकास महाजन, नरेश ठाकुर, नरेंद्र हांडा, राजीव कुमार, अनिल वर्णवाल और बबलू श्रीवास्तव का कहना है कि आए दिन पानी की समस्या से लोग परेशान हैं। इसके स्थायी हल की जरूरत है।
क्या कहते हैं अधिकारी
बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता हेमंत तनवर के अनुसार वोल्टेज की समस्या से पानी की पंपिंग थोड़ी प्रभावित रही है। वीरवार को इसे ठीक कर दिया गया है। गिरि को छोड़ महज अश्वनी से ही नौ लाख गैलन पानी की सप्लाई पहुंचती है। पानी की समस्या नहीं होगी।
वहीं नगर परिषद अभियंता एमएल गुप्ता के अनुसार वीरवार को पानी ना के बराबर लिफ्ट हुआ है। स्टोरेज टैंक सूखे पड़े हैं। महज छह लाख गैलन पानी मिला है। पांच लाख आगजनी के लिए सुरक्षित रखा है। एक लाख सप्लाई दी है। यह काफी कम है। इसके बावजूद कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई बहाल कर दी गई है।
सियासत गरमाई
कांग्रेस कार्यकाल में तालमेल नहीं : गुप्ता
भाजपा महामंत्री शैलेंद्र गुप्ता के मुताबिक कांग्रेस के कार्यकाल में आईपीएच, बिजली और नगर परिषद की आपसी तालमेल की कमी और गुटबाजी पेयजल किल्लत का कारण बनी हुई है। पेयजल के लिए कमेटी गठित की जानी चाहिए। उपायुक्त की अध्यक्षता में इस कमेटी को कार्य करना चाहिए।
भाजपा की देन पेयजल किल्लत: चौहान
शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस के प्रेस प्रवक्ता अजय चौहान के अनुसार पेयजल किल्लत को हल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। भाजपा कार्यकाल के दंश आज सोलन की जनता झेल रही है। गिरि योजना तो बनाई लेकिन वोल्टेज की समस्या का निदान करना पूर्व सरकार भूल गई है। इस खामी को दूर किया जा रहा है।