
मंडी: हिमाचल प्रदेश के दौरे पर सोमवार को पहुंची कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंडी में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार को जमकर कोसा। सोनिया ने कहा की भाजपा की हिमाचल सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया की हिमाचल को केंद्र द्वारा भेजे गए गए पैसे का सही इस्तेमाल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने हिमाचल को करोड़ों रुपये दिए लेकिन आज कहीं विकास नहीं दिख रहा है। हिमाचल में दस हजार करोड़ रुपये लैप्स हुए राज्य सरकार ने इन पैसों को खर्च तक नहीं किया।
उन्होंने यूपीए सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि प्रदेश और देशभर में मनरेगा के जरिये लाखों लोगों को समुचित रोजगार मुहैया करवाया गया। साथ ही भाजपा सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहाँ राज्य में आज स्कूलों में टीचर और अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी बनी हुई है।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा की ओर से किए गए वादों और उसके वास्तविक कार्यों के बीच फर्क है। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार हटाने की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जबकि ये खुद इसमें आकंठ लिप्त हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई सिर्फ एक दिखावा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ उंगली उठाने से पहले उन्हें अपने अंदर झांक कर देखना चाहिए।
सोनिया ने कहा कि यह शर्म की बात है कि भ्रष्टाचार ने सरकारी तंत्र को पीड़ित कर दिया है और यह भी कहा कि सिर्फ कांग्रेस पार्टी ने सूचना का अधिकार कानून (आरटीआई) को लागू कर इससे सीधे-सीधे निपटने के प्रयास किए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने सूचना का अधिकार को बड़ी उपलब्धि गिनाते हुए इसके कई फायदे गिनाए साथ ही विपक्ष पर आरोप जड़ते हुए कहा कि विपक्ष ने लोकपाल बिल पास नही होने दिया।
एफडीआई का फायदा गिनाते हुए सोनिया ने कहा कि इससे सभी लोगों को फायदा होगा और लाखों लोगों को रोजगार मुहैया होगा।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव चार नवंबर को होने वाले हैं।