सीमेंट मामले में जांच शुरू, गोदाम सील

रुद्रप्रयाग। राजकीय सिंचाई विभाग के केंद्रीय गोदाम से सीमेंट सप्लाई किए जाने के प्रकरण ने विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खपत नहीं होने के बावजूद गोदाम में भारी मात्रा में सीमेंट क्यों रखा गया था, यह किसी के गले नहीं उतर रहा है। मंगलवार रात तहसील प्रशासन ने केंद्रीय गोदाम में रखे सेट सीमेंट के कट्टे जब्त करने के साथ ही गोदाम को सील कर दिया है। हालांकि विभागीय अधिकारी सीमेंट सेट (खराब) होने से इनकार कर रहे हैं। मगर मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
सीमेंट सप्लाई के पीछे उच्च स्तर पर बड़ा खेल होने की आशंका जताई जा रही है। विभाग में सीमेंट सप्लाई के लिए डीलरों से टेंडर मांगे जाते हैं। डीलर द्वारा गोदाम तक सीमेंट की सप्लाई की जाती है, जहां से सीमेंट अवर अभियंताओं को आवंटित होता है। वर्तमान में गोदाम में लगभग 8000 कट्टे (लगभग 24 लाख रुपये कीमत) रखे गए हैं। गोदाम में इस वर्ष मार्च माह से सीमेंट की सप्लाई शुरू हो गई थी। बीच में बरसात का माह भी गुजरा। आठ माह बाद कार्यस्थल पर सीमेंट भेजा जा रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब जरुरत नहीं थी, तो डिमांड क्यों भेजी गई।

ये हैं सवाल
क्या कारण है कि ठेकेदारों को अन्य सामग्री की तरह सीमेंट बाजार से खरीदने के लिए क्यों नहीं कहा जाता।
सीमेंट खराब न हो, इसके लिए साल भर में दो बार पलटी मारने का प्राविधान है। यदि पलटी मारी गई थी, तो खराब सीमेंट दिखा क्यों नहीं।
कहीं ऐसा तो नहीं है कि सप्लायर्स के स्तर से ही घटिया क्वालिटी का सीमेंट सप्लाई हुआ हो।
यदि सीमेंट गोदाम में खराब हुआ हो, तो शिकायत क्यों नहीं की गई।
कहीं ऐसा तो नहीं है, कि यह खेल काफी पहले से चल रहा हो। नहरों और अन्य योजनाओं पर घटिया सीमंट लगाने की आशंका।

प्रशासन और विभागीय जांच शुरू
सेट सीमेंट मामले में जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग की ओर से जांच शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने सीमेंट के नमूने जांच के लिए भेजे हैं। वहीं विभागीय स्तर पर सहायक अभियंता को जांच सौंपी गई है।

मुखबिर से सूचना मिलने के बाद छापा मारा गया। यदि नमूने जांच मेें फेल पाए गए, तो अग्रिम जांच कर दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज होगा। डा. ललित नारायण मिश्र, एसडीएम सदर

एई को जांच के निर्देश दिए गए हैं। जिस जेई के अधीन सीमेंट खराब हुआ होगा, उससे रिकवरी की जाएगी। -बीएस यादव, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग

हो सकता है कुछ सीमेंट के कट्टे खराब हो गए होंगे। सेट सीमेंट का प्रयोग नहीं किया जाता। कई बार कट्टों के एक दूसरे के ऊपर दबे होने से वह सेट लगते हैं। लेकिन पलटी मारने पर वह ठीक हो जाते हैं।
-प्रताप सिंह बिष्ट, एई सिंचाई विभाग

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