सांगला में फंसे पर्यटक खाने को तरसे

सांगला (किन्नौर)। सांगला वैली में कुदरत के बरपे कहर के बाद यहां फंसे सैकड़ों सैलानियों को अब भरपेट खाना भी नसीब नहीं हो पा रहा है। पर्यटकों के रहने के लिए प्रशासन की ओर से कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। हालात यह हैं कि अब होटल वालों ने भी खाना कम देना शुरू कर दिया है। सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना बीमार लोगों को करना पड़ रहा है। उनके लिए यहां स्वास्थ्य सुविधा भी मुहैया नहीं हो पा रही है। अव्यवस्था के चलते सैलानियों ने दो टूक कहा कि वीरवार तक उन्हें घाटी से नहीं निकाला गया तो वे सभी सांगला स्थित प्रशासन के कार्यालय का घेराव करेंगे।
किन्नौर के लिए दूध, दही, सब्जी सहित अन्य खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति न होने से होटलों में सैलानियों को भरपेट खाना तक नहीं मिल पा रहा है। होटल वाले भी जरूरत के हिसाब से खाना नहीं दे पा रहे हैं। सांगला में फंसे सैलानियों में सरोज पालिवाल, दिव्या जोज्ञानी, संजीव, अमिता, नमिता, गजेंद्र सिंह, प्रदीप, हेमनदास, अन्ना देवी, मानुशी, अर्पणा, दिव्याशीश, सुधीर उपवल, उपेंद्र सिंह यादव, वैभव, वैशाली, ईशान, हरवंश सिंह, चंद्रा राहुल, आदित्य, इंद्र प्रीत सिंह, विनय, अजय, रेशमी, वीर पाल कौर सहित अन्य सैलानियों का कहना है कि उनके बच्चों को न तो दूध मिल पा रहा है और न ही खाने के लिए भरपेट खाना। इसके अलावा बीमार लोगों को स्वास्थ्य सेवा तक नहीं मिल पा रही है। जबकि, बिजली न होने से परेशानियां और बढ़ गई हैं। इन लोगों ने साफ कर दिया है कि अगर वीरवार तक घाटी से बाहर निकालने के लिए कोई पुख्ता प्रबंध नहीं हो पाए तो वे तहसीलदार कार्यालय के बाहर धरना देने को मजबूर होंगे।

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