
सैंज (कुल्लू)। सपागणी गांव के पीछे से हो रहे पानी के रिसाव के चलते लोग दहशत में है। वहीं दूसरी तरफ अब इसी तरह की शिकायत बिहाली गांव के लोगों ने भी की है। लोगों का कहना है कि पार्वती जल विद्युत परियोजना तीन की हेड रैस टनल टेस्टिंग के दौरान ही हांफ गई।
सियुंड से लारजी तक की पहाड़ियों के भीतर बनी आठ किमी लंबी टनल में बिहाली गांव के पास भी रिसाव हो रहा है। टनल के भीतर सैंज नदी के पानी का बहाव डाइवर्ट किया जा रहा है। दो जुलाई की रात से हो रहे पानी के रिसाव से बिहाली गांव के लोग दहशत में है। ग्रामीणों का कहना है कि पानी का रिसाव नहीं रोका गया तो ग्रामीणों को मजबूरन यहां से पलायन करना पड़ेगा।
लोग अब 520 मेगावाट की इस परियोजना के निर्माण कार्य को लेकर भी सवाल उठाने लगे हैं। तीन सौ से अधिक सीमेंट ट्रकों के फर्जीवाड़े का खुलासा सीबीआई पहले ही कर चुकी है। ऐसे में लोग तरह-तरह के सवाल दागने लगे हैं। बिहाली में तीन जगहों से पानी का भारी मात्रा में रिसाव हो रहा है। पहाड़ी से पानी के चश्मे तक फूट पड़े हैं। परियोजना प्रबंधन भी इससे सकते में है।
सूत्रों के मुताबिक प्रबंधकों की दो दिनों में चार बैठकें हो चुकी हैं। हेड आफिस को भी इसकी सूचना भेज दी है। पानी के रिसाव के बाद निर्माण कार्य में लगी कंपनी की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में आ गई है। परियोजना का निर्माण कार्य अब अंतिम पड़ाव में है। लेकिन रिसाव के चलते जुलाई माह में बिजली उत्पादन करने की मुहिम को तगड़ा झटका लगा है। ग्रामीण सुरेश शर्मा, सेस राम, परस राम और चुनी लाल ने कहा कि पानी के रिसाव से सपागणी और बिहाली के अलावा कई गांवों को खतरा हो गया है।
पानी के रिसाव की हो रही जांच
परियोजना के महाप्रबंधक एके त्रिखा ने कहा कि पानी के रिसाव की जांच चल रही है। अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि रिसाव टनल से हो रहा है या किसी प्रकृतिक जल स्रोत से।