
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित बनाम दिल्ली पुलिस की जंग से कांग्रेस हाईकमान नाराज है। सामूहिक बलात्कार को लेकर देशभर में फैले आक्रोश के बीच पुलिस और मुख्यमंत्री के बीच आपसी तनातनी बढ़ती जा रही है।
पानी सिर से ऊपर जाते देख संयम बरतने की नसीहत दी गई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बाकायदा कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को इस विवाद को यही रोकने के लिए कहा है। दिल्ली में सामूहिक बलात्कार के बाद से ही मुख्यमंत्री बनाम पुलिस की आपसी खींचतान सार्वजनिक हो गई है।
दिल्ली सरकार से लेकर मुख्यमंत्री के बेटे और सांसद संदीप दीक्षित ने पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को हटाने की मांग कर डाली है। साथ ही दिल्ली सरकार की ओर से भी इसे लेकर दबाव बनाया जा रहा है। मामला लगातार मीडिया में सुर्खियों में आ रहा है।
देश में नाजुक हालात के दौरान पुलिस और मुख्यमंत्री की भिड़ंत से यूपीए सरकार की किरकिरी हो रही है। लिहाजा कांग्रेस को बदनामी का डर सताने लगा है। पार्टी हाईकमान ने सरकार से कहा है कि ऐसी नाजुक घड़ी में दोनों पक्षों को संयम बरतने के लिए कहा जाए। इससे जनता में यह संदेश जा रहा है कि सामूहिक बलात्कार की घटना पर दोनों खेमे अपनी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने के लिए ऐसी हरकतें कर रहे हैं।
मंगलवार देर शाम कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने सरकार के शीर्ष मंत्रियों के साथ हालात का जायजा लिया। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को जल्द से जल्द दिल्ली में कानून व्यवस्था सुधारने के लिए कहा गया है। साथ ही जनता का भरोसा जीतने की भी नसीहत दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक मीडिया में विवादित बयान देने से बचने के लिए भी कहा गया है। बैठक में पिछले दो दिनों से नई दिल्ली क्षेत्र की नाकेबंदी पर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में यह बात उठी कि ज्यादा दिनों तक लुटियंन दिल्ली की नाकेबंदी करना बेहद मुश्किल है।
जनता के गुस्से को ठंडा करने के लिए दूसरे उपाय खोजने की बात हाईकमान की ओर से कही गई है। बलात्कार संबंधी कानून में संशोधन को लेकर भी तेजी से कार्यवाही करने के लिए कहा गया है। इससे पहले बैठक में सुशील कुमार शिंदे ने प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी को ताजा हालातों की जानकारी दी। साथ ही बलात्कार की शिकार युवती के स्वास्थ्य के बारे में भी बताया।