शिमला में चलेंगी सौ नई लाल बसें

शिमला। राजधानी के लोगों के लिए जेएनएनयूआरएम के तहत सौ नई लाल बसें मिलने वाली हैं। दो माह के भीतर बसों की खेप एचआरटीसी को मिलने की उम्मीद है। बसों का संचालन कल्सटर आधार पर करने की योजना है। इसे लेकर निगम को सरकार से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। परिवहन विभाग के निदेशक ओंकार शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
परिवहन निगम ने पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण बसों को कल्सटर आधार पर चलाने की अनुमति मांगी है। शिमला और सोलन को एक कल्सटर में रखा गया है। इसी तरह ग्यारह अन्य कल्सटर बनाए गए हैं। बीते सालों में शिमला शहर का साथ लगते क्षेत्राें तक विस्तार हो चुका है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के चलते शहर के साथ लगते क्षेत्रों के लोगों को परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाना जरूरी है। इसे ध्यान में रखते हुए ही कल्सटर आधार पर बसों के संचालन की अनुमित मांगी गई है। इन दिनों निगम योजना की डीपीआर बनाने में जुटा है। डीपीआर पास होते ही शहर को बसों की खेप मिलने की संभावना है। जेएनएनयूआरएम के तहत वर्तमान में शहर में 75 लाल बसें चल रही हैं।

इन क्षेत्रों में बसों की अधिक किल्लत
भट्टाकुफर, मल्याणा, कसुम्पटी, मैहली, ढली, न्यू शिमला, कुफ्टाधार, लोअर भराड़ी, शोघी, घणाहट्टी, टुटू और जतोग।

रिंग रोड पर सुधरेगी बस सर्विस
शहर को बसों की खेप मिलने के बाद इनर और आउटर रिंग रोड पर बस सर्विस में सुधार की संभावना है। विक्ट्री टनल, लक्कड़ बाजार, संजौली, छोटा शिमला, ओल्ड बस स्टैंड और विक्ट्री टनल, बाईपास, टुटीकंडी, कसुम्पटी, खलीनी ओल्ड बस स्टैंड रोड़ पर लोगों को नियमित बस सुविधा मिलेगी।

आईएसबीटी को बेहतर कनेक्टिविटी
बसों की खेप मिलने के बाद ओल्ड बस स्टैंड और टुटीकंडी आईएसबीटी के बीच बस कनेक्टिविटी में सुधार होगा। फिलहाल इस रूट पर एचआरटीसी की चार शटल बसें चल रही हैं। अतिरिक्त बसें मिलने से रूट पर बसों की फ्रिक्वेंसी बढ़ेगी।
—————————————–
प्रस्ताव को मिली सैद्धांतिक मंजूरी : आेकार शर्मा
कलस्टर आधार पर बसों के संचालन की अनुमति के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। सौ बसों की डीपीआर तैयार की जा रही है। प्रस्ताव को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी मिल गई है।
– ओंकार शर्मा
निदेशक, परिवहन विभाग

Related posts