ल्हासे गिरने से पंद्रह घरों को खतरा

सांगला (किन्नौर)। क्षेत्र के शागाेंसारिंग क्षेत्र के करीब 15 परिवार कभी भी बासपा नदी में समा सकते हैं। इन लोगों के घरों के पास से लगातार ल्हासे गिर रहे हैं। हालांकि, इन लोगों की अधिकांश जमीन ल्हासों की भेंट चढ़ चुकी है। लेकिन अब इनके मकानों को भी खतरा बना हुआ है। इन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उनकी सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाएं।
वर्ष 2007 में बासपा में आई बाढ़ से शागोंसारिंग में लोगों की जमीन को नुकसान पहुंचा था। नदी में बढ़ रहे जल स्तर से यहां के रोहित नेगी, बशिशर नेगी, विन्या सिंह नेगी, अजीत नेगी, प्रवीण कुमार नेगी, धर्म कुमार नेगी, धर्मेश्वर नेगी, मनोहर नेगी, बंसी लाल नेगी, कुला नेगी, सुुशांत नेगी सहित अन्य लोगों के घरों को खतरा बना हुआ है। इन लोगों का कहना है कि मकानों के पास से इस तरह ल्हासे गिरते रहे तो वह दिन दूर नहीं, जब उनके घर भी बासपा नदी में समा जाएंगे। इन लोगों ने जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से मांग की है कि उनके घरों की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाएं।
इधर, इसके बारे में लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन भावानगर बीएस मेहता ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र का जल्द दौरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए टीम को मौके पर भेजा जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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