कांग्रेस चुनाव में प्रत्याशियों के चयन पर हर एंगल से विचार कर के अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहती है । इसलिए प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान आधी आबादी को साधने के लिए कांग्रेस तीन महिलाओं को प्रत्याशी बना सकती है। मंडी से प्रतिभा सिंह, कांगड़ा से आशा कुमारी और शिमला से दयाल प्यारी को चुनावी रण में उतारने की अटकलें हैं। इन तीनों महिलाओं के नाम हाईकमान के समक्ष छह अप्रैल को नई दिल्ली में होने वाली बैठक में रखे जाने वाले पैनल में शामिल किए गए हैं। कांगड़ा, शिमला और मंडी से महिला प्रत्याशियों को उतारकर इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत 1500 रुपये की राशि के मामले को भी जोरदार तरीके से उठाने की तैयारी है।
कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के रफ्तार पकड़ने से पहले ही भाजपा को घेरते हुए 1500 रुपये देने की योजना को रोकने के लिए चुनाव आयोग के पास पहुंचने को मुद्दा बना दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सहित सरकार के सभी मंत्री और विधायक प्रदेश के दौरे कर इस मामले को जोरदार तरीके से उठाते हुए भाजपा को महिला विरोधी करार दे रहे हैं। इसके अलावा देश में बढ़ती महंगाई और महिला सुरक्षा के मुद्दों को भी कांग्रेस चुनाव प्रचार में उठाने की रणनीति पर काम कर रही है। प्रदेश में हुए बीते तीन लोकसभा चुनावों में मतदान करने के लिए भी महिलाएं अधिक संख्या में घरों से बाहर निकली हैं। 2019 के चुनाव में 74 फीसदी महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। इन सभी बिंदुओं पर ध्यान देते हुए ही इस बार के लोकसभा चुनाव में महिलाओं को प्रत्याशी बनाकर सत्तारूढ़ दल ने नई बिसात बिछाने की तैयारी कर ली है।