
चुवाड़ी (चंबा)। राजकीय प्राथमिक पाठशाला रायपुर में बच्चाें को दोपहर भोजन नहीं मिल रहा है। स्कूल में दोपहर का भोजन बने डेढ़ माह से भी अधिक समय हो गया है। स्कूल में भोजन न पकने के कारण बच्चों को भूखे पेट पढ़ाई करनी पड़ रही है। बताया जा रहा है कि स्कूल का सीएचटी डेढ़ माह से स्कूल नहीं आ रहा है। इस कारण न तो स्कूल में दोपहर का भोजन पक रहा है और न ही स्कूल के दूसरे कार्य सिरे चढ़ रहे हैं। अध्यापक के स्कूल से गैर हाजिर रहने से मिड डे मील बनाने में काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं। हाजिरी रजिस्टर में भी सभी कालम खाली हैं। अध्यापक के लंबे समय से स्कूल न आने से दोपहर का भोजन बनाने के लिए न तो अब राशन बचा है, न ही लकड़ी और मिट्टी का तेल। इस संबंध में बीपीईओ से शिकायत करने पर भी अध्यापक पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। अध्यापकों की ओर से बार-बार सारे मामले की सूचना आला अधिकारियों को देने के बावजूद भी स्कूल का निरीक्षण करने कोई भी उच्च अधिकारी नहीं पहुंचा है। इस मामले में बीपीईओ ने 30 नवंबर को एक पत्र लिख कर सीएचटी को स्कूल से बिना बताए गैरहाजिर रहने बारे स्पष्टीकरण मांगा था, लेकिन उसके बाद भी आज दिन तक न तो अध्यापक स्कूल आया और न ही स्पष्टीकरण दिया। मुख्याध्यापक के न आने से स्कूल में डेलीवेज पर लगे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। वहीं, शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ओपी हीर का कहना है कि स्कूल से बिना बताए गैरहाजिर रहने वाले अध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। साथ ही दोपहर का भोजन न पकने को लेकर भी जवाब मांगा जाएगा। इसके लिए बीपीईओ को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही मुख्याध्यापक पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।