युक्तिकरण नीति से विद्यार्थियों का भविष्य अधर में

पांवटा साहिब (सिरमौर)। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अजौली में एसएमसी कमेटी की बैठक हुई। बैठक में युक्तिकरण नीति का विरोध किया है। स्कूल में जमा एक व दो कक्षा में गणित व अर्थशास्त्र विषय बंद किए जा रहे है। पिछली सरकार की युक्तिकरण नीति से स्कूली बच्चों को भविष्य अधर में लटक रहा है। बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से इस नीति को बदलने की मांग उठाई गई है। अजौली स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष संतोष देवी ने बताया कि पिछली सरकार ने युक्तिकरण नीति चलाई। इससे 10+1 व 10+2 कक्षाओं में गणित व अर्थशास्त्र के विषयों को बंद कर दिया गया। दोनों ही विषय आर्ट्स वर्ग में महत्वपूर्ण विषय है।
स्कूलों में इन विषय के सैकड़ों विद्यार्थी हैं। अब अभिभावकों को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी है। वार्षिक परीक्षा का समय समीप आ रहा है। ऐसे में बनी विषम हालात में बच्चों के पास दो रास्ते हैं। एक इन विषयों को बदला जाए, दूसरा किसी दूसरे स्कूल में जाकर प्रवेश ले लिया जाए। एसएमसी कमेटी की बैठक में अभिभावकों ने कहा कि दोनों की तरीके से बच्चों की शिक्षा प्रभावित होंगी। युक्तिकरण नीति से ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है। कमेटी ने प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मांग रखी है, जिसमें युक्तिकरण नीति को बदलने व इन विषयों की पढ़ाई जारी रखने का आग्रह किया गया है, जिससे सैकड़ों बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बनाने से बचाया जा सके। इस मौके पर एसएमसी अध्यक्ष संतोष देवी, वेद प्रकाश, शांति देवी, शादी राम, चंपा देवी व ऊषा देवी समेत रावमा पाठशाला अजौली प्रबंधन समिति सदस्य मौजूद थे।

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