
इस्लामाबाद: मुंबई हमलों के सात संदिग्ध आरोपियों के मामले की सुनवाई को आज बचाव पक्ष के वकीलों के आग्रह पर एक हफ्ते के लिये टाल दिया गया। लश्कर-ए-तैयबा कमांडर जकीउर रहमान लखवी के वकील ख्वाजा हरीश अहमद ने एक आवेदन पेश कर न्यायधीश चौधरी हबीब-उर-रहमान से सुनवायी अगले हफ्ते तक टालने का आग्रह किया, क्योंकि आज उनके पिता की पुन्यतिथि है। निधन से पहले अहमद के पिता ख्वाजा सुलतान लखवी के वकील थे।
न्यायधीश ने अहमद का आग्रह मंजूर कर मामले की सुनवायी 18 जनवरी तक के लिये टाल दी। हालांकि अभियोजन पक्ष ने इसका विरोध किया। अभियोजन पक्ष के विशेष वकील चौधरी जुलिफकार अली ने अदालत से कहा, ‘संघीय जांच एजेंसी और खुफिया एजेंसियों के तीन अधिकारी इस मामले में पहले हो चुकी गवाही के संदर्भ में लाहौर से यहां आये हैं। अब उन्हें फिर यहां आना होगा।’
अली ने कहा कि अदालत ने पहले भी बचाव पक्ष के आग्रह पर सुनवायी आज तक के लिये टाल दी थी। इन सात संदिग्ध आरोपियों के खिलाफ नवंबर 2008 में मुंबई पर हुये हमले की योजना बनाने, उसमें वित्तीय मदद देने और उसे अंजाम देने के आरोप लगाये गये हैं। इस हमले में 166 लोग मारे गये थे।