
दिल्ली(वीरेन्द्र खागटा) में युवती के साथ हुई गैंगरेप की घटना से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दुखी और क्षुब्ध हैं। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के दीक्षांत समारोह में पहुंचे राष्ट्रपति ने इस घटना को दूषित मानसिकता का नतीजा बताया।
उन्होंने कहा कि लोगों को महिलाओं के प्रति नजरिये में बदलाव लाना होगा। समाज का हर तबका जब महिलाओं को पूरा सम्मान देगा, युवाओं में उनके प्रति सकारात्मक सोच होगी, तब हम उम्मीद कर सकते हैं कि ऐसी घटनाएं नहीं होंगी। घटना के बाद सरकार की पहल को उन्होंने बेहतर कदम बताया। कहा, सरकार जो कदम उठा रही है, उम्मीद है उससे ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगी।
राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार संगम नगरी पहुंचे प्रणब मुखर्जी ने शिक्षा क्षेत्र में हो रहे बदलाव और मेधावियों को लेकर भी बहुत सी बातें की लेकिन पूरे भाषण में दिल्ली की घटना का असर साफ दिखा। मेडल के लिए जुटे मेधावी छात्रों, संस्थान के अन्य विद्यार्थियों, शिक्षकों से उन्होंने अपील की कि समाज में महिलाओं के प्रति नई सकारात्मक सोच विकसित करने में उनकी भूमिका अहम हो सकती है। एमएनएनआईटी जैसे संस्थाओं के युवाओं को इसके लिए पहल करनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने घटना के प्रति गुस्से को जायज कहा लेकिन युवाओं से अपील की कि किसी भी हालत में हिंसा को उचित रास्ता नहीं कहा जा सकता। यह घटना पूरे देश को शर्मसार करने वाली है। सरकार दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है, लिहाजा युवाओं को हिंसा का रास्ता छोड़ सकारात्मक रुख अपनाना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि पीड़ित युवती काफी हिम्मती है।
उम्मीद है कि वह पूरी तरह से स्वस्थ होकर जिंदगी को नए सिरे से जिएगी। उन्होंने युवती को एसएमएस भेजकर क्रिसमस की बधाई दी। राष्ट्रपति ने दिल्ली में आंदोलन के दौरान घायल सिपाही की मृत्यु पर भी दुख प्रकट किया। साथ में पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की।