बद्दी (सोलन)। अब मक्की की फसल औसतन 100 दिन के बजाय 80 दिन में तैयार होगी। कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर से मान्यता प्राप्त मक्की की 7074 प्रजाति के इस बीज ने बीबीएन समेत सोलन के बाजार में दस्तक दे दी है।
कृषि विभाग के विषय वाद विशेषज्ञ डा. हंसराज मेहता ने बताया कि 80 दिन में तैयार होने वाली इस फसल से किसान दो माह में तैयार होने वाली दलहन की फसल उगा कर अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ क र सकते हैं। अभी जो बीज बाजार में उपलब्ध है वह सौ से अधिक दिनों से तैयार होते हैं।
केस स्टडी
1-बद्दी के लक्ष्मण कौशल और ज्ञान कौशल के अनुसार प्रयोगात्मक रूप से 074 प्रजाति का बीज उगाया। उत्पादन के साथ-साथ स्वाद भी ठीक निकला है।
2-भटोली कंला के राम स्वरूप, सतीवाला के भूप राम, शमी, पलांह के सोहन लाल ने बताया कि उन्होंने इस फसल को उगा कर अजमाया है। प्रति एकड़ 20 से 25 कुंतल उत्पादन हुआ है।
मैदान में 15 जून से बिजाई शुरू
बद्दी (सोलन)। अच्छी बारिश होने से पहाड़ी क्षेत्रों में किसान मक्की की बिजाई क र सकते हैं। वहीं मैदानी क्षेत्र में बारिश भी कम हुई है तथा यहां पर 15 जून के बाद ही बिजाई का कार्य करें। इसके बाद यहां पर बरसात में तैयार होने वाली सब्जियों की पौध भी बिजाई कर सकते हैं। कृषि विभाग के विषयवाद विशेषज्ञ डा. हंसराज मेहता ने इसकी पुष्टि की है।
780 में पांच किलो बीज
कृषि विभाग कंचन, प्लांट बीन और बिस्को आदि बीज की किसानों को आधी कीमत पर दे रहा है। पांच किलो की मक्की के बीज की थैली 290 रुपये की है लेकिन विभाग उसे 145 रुपये में किसानों को वितरित कर रहा है। 7074 बीच अन्य बीजों से मंहगा है लेकिन इसका उत्पादन व गुणवत्ता होने के चलते लोग इसे खरीद रहे हैं। यह बीज बाजार में 780 रुपये में पांच किलो मिल रहा है।